Sagar- नदी का अचानक जल स्तर बढ़ने से बाढ़ में घिरे मां बेटे सहित पांच लोग, जानिए फिर क्या हुआ..
सागर जिले के बंडा थाना क्षेत्र से निकली बेबस नदी का अचानक जल स्तर बढ़ने से मां बेटे सहित पांच लोग उसमें फंस गए गांव के लोग इन्हें बचाने के लिए टापू पर पहुंचे, लेकिन इस बीच नदी में पानी का बहाव और तेज हो गया, जिसके कारण कोई वापस नहीं आ सका। करीब दो घंटे तक जब पानी नहीं उतरा तो ग्रामीणों ने सूचना बंडा थाना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने एसडीआरएफ टीम की मदद से रात करीब 10 बजे सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया,
बता दें कि चौका गांव निवासी महिला अपने 10 साल के बेटे के साथ नदी के बीच में बने टापू पर कपड़े धोने के लिए गई थी लेकिन देखते ही देखते जल स्तर बढ़ने लगा घाट की तरफ कड़ी लोगों को जब मदद के लिए महिला ने आवाज लगे तो वे भी उसमें उतर गई लेकिन वापस नहीं आ पा रहे थे
सूचना मिलते ही जिला सैनानी होमगार्ड संतोष शर्मा के निर्देश पर पांच सदस्य करण, सुनील चौहान, प्रेमचंद, महेश और प्राण सिंह मौके पर पहुंची और पुलिस पार्टी के साथ रेस्क्यू शुरू किया, चूंकि टीम को गांव पहुंचते-पहुंचते अंधेरा हो गया था, लेकिन टीम ने अपनी जान जोखिम में डालकर टॉर्च की रोशनी में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया।
बाढ़ में बंडा थाना प्रभारी नासिर अहमद फारुखी ने बताया कि चौका गांव में गांव से नदी के बीच स्थित टापू के लिए एक पगडंडी गई है। दोपहर में गांव की रहने वाली 30 वर्षीय गीता पत्नी चंदन अपने 10 साल के बेटे अभय के साथ कपड़े धोने टापू पर गई थी। बारिश के चलते अचानक से नदी में पानी बढ़ा और वह टापू पर घिर गई। मां-बच्चे को बचाने गए पति चंदन, उसका भाई करण और नरेंद्र भी बाढ़ में फंस गए थे। लोगों को बाढ़ से सुरक्षित बाहर निकालने में करीब दो घंटे का समय लग गया।