Had doctors been found on time at Sagar Hospital, lives of 9 innocent people would have been saved! , sagar tv news |
सागर में रविवार की सुबह-सुबह कच्ची मिट्टी की जुडाई से बनी दीवार गिर गई दीवार के मलबे में शिवलिंग बना रहे करीब एक दर्जन बच्चे दब गए थे जेसीबी की मदद से इनका रेस्क्यू किया गया था हादसे के बाद घायलों को आनन-फानन में अस्पताल लाया गया. लेकिन, वहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे.
केवल एक कर्मचारी मौजूद था. घायलों के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल जाने पर उन्हें मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पाई हैं. यहां कोई पटटी बांधने वाला तक नहीं है. स्थानीय लोगों की माने तो मौके पर डॉक्टर ही मौजूद ही नही था. न ही कभी डॉक्टर यहां मौजूद रहता है. कई बच्चों की मौत इलाज के अभाव के कारण हुई है. ग्रामीणों की प्रशासन से मांग है कि ऐसे डॉक्टरों और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए.
इस घटना में शाहपुर नगर के ध्रुव यादव पुत्र जगदीश यादव, नीतेश पटेल पुत्र कमलेश पटेल, आशुतोष प्रजापति पुत्र मानसिंह प्रजापति, प्रिंस साहू पुत्र अशोक साहू, पर्व विश्वकर्मा पुत्र कृष्णकुमार विश्वकर्मा, दिव्यांश साहू पुत्र नीलेश साहू, देवराज साहू पुत्र गोविंद साहू, वंस उर्फ मयंक लोधी पुत्र यशवंत लोधी हेमंत पिता भूरे की दुखद जान चली गई वहीं सुमित प्रजापति और खुशी पटवा घायल है जिनका इलाज चल रहा है