सागर में रहने वाले सोहेल खान स्पोर्ट्स कोटे से मुंबई में इनकम टैक्स असिस्टेंट बने | sagar tv news |
पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे तो होगे खराब... वाली परिभाषा अब बदलकर पढ़ोगे-लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे तो बनोगे लाजवाब... हो गई है। इसे सार्थक किया है सागर के अंतरराष्ट्रीय कूडो खिलाड़ी मोहम्मद सोहेल खान ने। उनका चयन स्पोर्टस कोटे से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में इनकम टैक्स असिस्टेंट के पद पर मुंबई महाराष्ट्र सर्किल में हुआ है। वह भी महज 24 साल में।
गोल्डन ब्वॉय ऑफ मध्यप्रदेश के नाम से सोशल मीडिया में मशहूर सोहेल के साथ स्पोर्ट्स कोटे से नौकरी पाने देश भर से 15000 खिलाड़ियों ने आवेदन किया था। जिनमें कई ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियन खिलाड़ी भी शामिल थे। परंतु सोहेल के रिकॉर्ड को देखते हुए उनका चयन किया गया।
सोहेल अभी तक राष्ट्रीय कूडो प्रतियोगिता में 19 स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। दो कूडो वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी खेले। एक बार स्वर्ण पदक भी जीता। सागर से कूडो खेल में किसी खिलाड़ी की यह पहली शासकीय नियुक्ति है, जो खेल कोटे से हुई है। खेल कोटे में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियों के आधार पर सीधे नियुक्ति होती है।
सोहेल 12 वर्षों से कूडो से जुड़े हैं। उन्होंने खेल परिसर सागर में कूडो प्रशिक्षक डॉ. मोहम्मद एजाज खान से प्रशिक्षण लिया है। सोहेल की नियुक्ति पर कूडो एसोसिएशन ऑफ मध्यप्रदेश के चेयरमैन विधायक शैलेंद्र जैन, प्रदेशाध्यक्ष डॉ. एजाज खान ने मिठाई खिलाकर सोहेल को सम्मानित किया। सोहेल सागर के एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं।
कूडो एसोसिएशन मध्यप्रदेश का मुख्यालय सागर में : मध्यप्रदेश में कूडो की शुरुआत वर्ष 2012 में सागर के ही डॉ. एजाज खान ने की। तब से अब तक सागर में 4 राष्ट्रीय शालेय कूडो प्रतियोगिताएं की जा चुकी हैं। मध्यप्रदेश कूडो एसोसिएशन के द्वारा सागर में अब तक 8 राज्य स्तरीय कूडो प्रतियोगिताएं कराई जा चुकी हैं। सागर में ही मध्यप्रदेश कूडो एसोसिएशन का मुख्यालय भी है। इसी के चलते देश भर में सागर का नाम यहां के उत्कृष्ट कूडो खिलाड़ियों से भी जाना जाने लगा है।
विधायक बोले- खेलांे की परिभाषा अब बदल गई : सोहेल को सम्मानित करते हुए विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा खेलों की परिभाषा अब बदल गई है। अब कहा जाने लगा है खेलोगे कूदोगे तो बनोगे नवाब।
अब खेलने-कूदने वाले नाम के साथ पैसे भी कमा रहे हैं। साथ ही उन्हें सरकारी नौकरियां मिलना भी आसान है। सरकारी नौकरियों की भर्ती में खेल कोटा होता है, जिसके अंतर्गत राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक के खिलाड़ियों की सरकारी पदों पर भर्तियां की जाती हैं। विद्यार्थियों को मन लगाकर पढ़ाई तो करना ही चाहिए पर अपनी पसंद के खेलों में भी सहभागिता करना चाहिए।