Sagar-बचपन में फौजी ड्रेस पहनने वाला बच्चा... 20 साल बाद बना लेफ्टिनेंट, जुनून ऐसा कि...
कभी-कभी बचपन की बातें बच्चों के जहन में ऐसी घर कर जाती हैं, बड़े होने पर वही उनका जुनून बन जाती हैं. एक ऐसा ही जुनून सागर के एक युवा में देखने को मिला. तीन साल की उम्र में माता-पिता ने शौक में उसको फौजी की ड्रेस दिला दी. बच्चा उसे पहनकर घूमने लगा. वह कॉलोनी में आने वाली आर्मी स्कूल की बसों पर बैठे जवानों को भी देखा करता था.
बचपन में ही फौजी बनने की ठान ली और आज 20 साल बाद उसने सपना सच कर दिखाया. आज उस युवा के कंधों पर स्टार हैं और उसे सेना में लेफ्टिनेंट का पद मिला है. 8 जून को उसने ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी (गया, बिहार) में परेड के बाद बचपन के शौक को सच में तब्दील कर दिखाया. वर्दी में देखकर दादा, माता-पिता और बड़े भाई का सीना चौड़ा हो गया
ये कोई कहानी नहीं बल्कि वो हकीकत है जिसे सागर के मकरोनिया निवासी विभु शर्मा ने करके दिखाया है, जिन्होंने 23 साल की उम्र में SSB जैसी कठिन परीक्षा को न केवल पास किया, बल्कि ट्रेनिंग भी सफलतापूर्वक पूरी कर ली. उनकी पोस्टिंग इंदौर के पास महू में की गई है. विभु बताते हैं कि साल 2020 में 90 पदों पर भर्ती निकली थी, जिसमें मध्य प्रदेश से केवल सागर और रीवा के युवको का चयन हुआ था. आगे बताया कि अगर कोई बच्चा सपना देख रहा है, तो वह हार्ड वर्क, डिसीजन मेकिंग और अपॉर्चुनिटी अगर इन बातों को उसने अपनाया तो सफलता निश्चित है.
विभु के पिता राजेश शर्मा प्राइवेट जॉब करते हैं. मां सुनैना शर्मा हाउस वाइफ हैं. दादा रिटायर्ड पुलिसकर्मी हैं. इनसे बड़े भाई अभिषेक है. इनका घर मकरोनिया के दीनदयाल नगर में है. विभु की स्कूली शिक्षा ग्रेट मैन इंटरनेशनल स्कूल से हुई. 12वीं के बाद SSB का पहला एग्जाम दिया और क्वालीफाई किया. हालांकि, इसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत की. घर से भी पूरा सपोर्ट मिला.