आखिर माँ-पिता ने व्यक्ति का क्या बिगाड़ा था कि बच्चे को रेलवे स्टेशन पर ही...
आखिर माँ-पिता ने व्यक्ति का क्या बिगाड़ा था कि बच्चे को रेलवे स्टेशन पर ही...
दमोह रेलवे स्टेशन पर ढाई माह के बच्चे की ह-त्या
एमपी के दमोह रेलवे स्टेशन पर एक शख्स ने ढाई माह के बच्चे की हत्या कर दी। स्टेशन पर मासूम की मां उसे पानी पिला रही थी। पिता फोन पर बात कर रहा था। इसी दौरान काला कुर्ता और केसरिया धोती पहने एक व्यक्ति वहां पहुंच गया। मां-पिता कुछ समझ पाते इससे पहले ही उसने मासूम को पीटना शुरू कर दिया। मां हड़बड़ाहट में उठी और बच्चे को बचाने लगी। आरोपी उससे भी मारपीट करने लगा। पति बचाने पहुंचा तो उसे पीटकर आरोपी ने दौड़ा लगा दी। ये पूरी घटना स्टेशन पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। दंपती ने बेटे को देखा तो वह कोई हलचल नहीं कर रहा था। घटना आज शनिवार सुबह करीब 5 बजे की है। बच्चे के पिता ने जीआरपी पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, प्लेटफॉर्म पर मौजूद पुलिस वालों से मदद की गुहार लगाई। उन्होंने गालियां दीं और कहने लगे तेरा बच्चा मर गया है, इसे घर ले जा। फिर मैंने 100 नंबर डायल किया। वे आए तो उन्होंने इन्क्वायरी की।
बच्चे के पिता लेखराम आदिवासी ने बताया, मैं परिवार के साथ गोंडवाना एक्सप्रेस से दिल्ली से अपने घर मडियादो आ रहा था। तभी दमोह में बच्चे की तबीयत ज्यादा खराब हो गई। मैंने सोचा कि यहीं दमोह में इलाज करवा लूंगा। स्टेशन पर उसे पानी पिला रहा था। तभी छोटे भाई को बताने के लिए फोन किया कि हम बच्चे को एडमिट करवा रहे हैं। इसी दौरान एक आदमी आया और उसने बच्चे को तीन-चार थप्पड़ मारे। पत्नी को भी मारा। मैं बचाने गया तो मुझे भी पीटा। मैंने ईंट उठाई तो वह भाग गया। मैंने पास खड़े पुलिसवालों से बोला कि सर ये मेरे बच्चे को मार रहे हैं। आरोपी उनके सामने ही था। वो मुझे गालियां देने लगे और कहा कि बच्चा मर गया है, घर ले जा।
जीआरपी चौकी प्रभारी एएसआई महेश कोरी ने बताया कि सुबह गोंडवाना एक्सप्रेस से लेखराम आदिवासी (21) अपनी पत्नी और ढाई महीने के बच्चे के साथ उतरे थे। मेन गेट पर उसे पानी पिला रहे थे। बच्चा पहले से बीमार था। एक व्यक्ति ने आकर हाथापाई की, जिससे बच्चे की मौत हो गई। आरोपी की तलाश की जा रही है।