प्रसिद्ध 300 साल पुराना शनि मंदिर ,जहाँ स्वयं पधारे थे शनिदेव, जानिए पूरी कहानी
प्रसिद्ध 300 साल पुराना शनि मंदिर ,जहाँ स्वयं पधारे थे शनिदेव, जानिए पूरी कहानी
300 साल पुराना जूनी मंदिर जहां स्वयं पधारे थे शनि महाराज
देश भर में शनि महाराज के कई मंदिर मौजूद है तो वहीं प्रत्येक मंदिरों की अपनी अलग-अलग कथाएं प्रचलित है लेकिन यदि बात करें इंदौर की तो इंदौर के जूनी इंदौर क्षेत्र में एक बरसों पुराना प्राचीन शनि भगवान का शनि मंदिर है , यह मंदिर तकरीबन 350 साल से भी अधिक पुराना है वही इस मंदिर के मुख्य पुजारी परिवार का कहना है कि हमारे पूर्वजों को यह सपना आया था कि जिस क्षेत्र में आज मंदिर है उसे जगह पर प्राचीन समय में एक कुआ हुआ करता था उसे कुएं के अंदर भगवान शनि मोजूद है खुद भगवान शनि महाराज ने यह स्वप्न पुजारी परिवार के पूर्वजों को दिया था उसके बाद जिन्हे भगवान ने स्वप्न दिया उसके बाद उनके द्वारा वहा पर कुएं के टीले में से खोदकर भगवान को बाहर निकाला गया, और वही पर रख दिया गया लेकिन जब मूर्ति को बाहर निकल कर रखी और दूसरे दिन जब सभी लोग उठाकर आते है तो देखा की मूर्ति वहां से उठकर दूसरी जगह पर जाकर स्थापित हो गई है, साथ ही देशभर में आपने शनि महाराज की काली मूर्ति देखी होगी और उन पर काला चोला ही चढ़ाया जाता है लेकिन इंदौर के जूनी इंदौर क्षेत्र में मौजूद शनि मंदिर में मौजूद भगवान शनि को सिंदूर का चोला चढ़ाया जाता है जिसके कारण यह विश्व के साथ ही देश का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां पर शनि महाराज को सिंदूर का चोला चढ़ाया जाता है, बता दे मात्र हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाया जाता है लेकिन इंदौर में मौजूद शनि भगवान को सिंदूर का चोला चढ़ाया जाता है जो काफी आकर्षक भी लगता है। इसके बाद से जिस जगह पर मंदिर मौजूद है उसी जगह पर भगवान शनि महाराज की पूजा की जा रही है वहीं भगवान शनि महाराज की यह भी मान्यता है कि यहां पर कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह की मन्नत मांगता है तो वह अवश्य पूरी होती है और इसी के चलते यहां पर शनि जयंती के साथ ही अलग-अलग कार्यक्रमों पर भव्य भक्तों की तता लगता है और बड़ी संख्या में दूर से भी भक्त आते हैं तो वहीं भक्तों की लिस्ट में इंदौर शहर के साथी देश और विदेश के भी कई भक्त शामिल है, इसी के साथ कई राजनेता और आईपीएस , आईएएस अधिकारी भी समय समय पर भगवान के दर्शन करने के लिए आते है, वही शनि मंदिर में आने वाले भक्तों का भी कहना है कि इस मंदिर की काफी मान्यता है और यहां पर जो भी मन्नत मानी जाती है वह जरूर पूरी होती है तो वही लोगों का कहना है कि जब से उनका जन्म हुआ है तब से ही इस मंदिर में आकर दर्शन कर रहे हैं।