मूंग की फसल में बादल, बारिश और गर्मी से इल्ली का प्रकोप बड़ा,किसान अब क्या करे !
सागर जिले के खुरई क्षेत्र में गेहूं की फसल के बाद किसानों ने मूंग की फसल की बोवनी कर दी है। अभी से मूंग के पौधों में इल्ली लगना शुरू हो गई है। मौसम में आए दिन हो रहे बदलाव के चलते ग्रीष्मकालीन मूंग फसल में इल्ली का प्रकोप बढ़ रहा है। किसानों का कहना है कि एक माह में चार बार कीटनाशक का स्प्रे करना पड़ा है। किसानों ने बताया कि पहली बार एक माह में चार बार कीटनाशक का स्प्रे करना पड़ा है।
पिछले एक माह से बादल, बारिश और गर्मी का प्रकोप लगातार देखने को मिला है। इस कारण मूंग की फसल में इल्ली का प्रकोप ज्यादा नजर आ रहा है। क्षेत्र के किसानों ने तीसरी फसल के रूप में मूंग की बोवनी की है। इस बार पिछले साल के मुकाबले रकबा बढ़ा है। सेमरखेड़ी गांव के किसान सीताराम सिंह ठाकुर का कहना है हर बार 15 दिन के अंतराल से पूरी फसल में 4 बार स्प्रे किया जाता था, लेकिन इस बार एक माह में ही 4 बार कीटनाशकों का स्प्रे करना पड़ा है क्योंकि इल्लियां लगातार फसल को नुकसान पहुंचा रही हैं।
एक ओर मूंग फसल पर प्रतिकूल असर देखने को मिल रहा है। मूंग की फसल में इस बार खरपतवार भी ज्यादा देखने को मिल रही है। खरपतवार में दूधई, सकड़ी व चौड़ी पत्तियों वाला चारा भी नजर आया है। किसानों द्वारा मूंग की फसल में कई बार खरपतवार नाशकों का भी छिड़काव किया है, लेकिन दवाई का असर नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में किसानों की मुश्किलें बढ़ गई। मूंग की फसल में कहीं-कहीं पत्ते पीले पड़ गए हैं। अभी तक दो बार कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर चुके हैं लेकिन इल्ली पर कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है।