यूनेस्को के वर्ल्ड बायोस्फीयर रिजर्व में शामिल हुए पन्ना ज़िले के जंगल
यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट खजुराहो के बगल में ही अब यूनेस्को का वर्ल्ड बाईस्फीयर रिजर्व साइट उपलब्ध है। यूनेस्को की ओर से हाल में ही पन्ना और छतरपुर के करीब तीन हजार वर्ग किलोमीटर के जंगल को 12 वे वर्ल्ड बायोस्फियर नेटवर्क में शामिल करने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही संबंधित क्षेत्र में कल्चरल हेरिटेल और जैव विविधता को संरक्षित करने के लिए विशेष प्रयास किये जायेंगे। जानकारों ने इसमें खुशी जताते हुए कहा है कि पन्ना के जंगलों ने एक बार फिर पन्ना को विश्व मे विशेष पहचान दिलाई है। जिससे न केवल अब टाइगर रिजर्व का नाम विश्व मे पहुँच गया है बल्कि पन्ना के हर तरह के कल्चर को भी विश्व के जाना जाएगा।
क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व की माने तो यूनेस्को द्वारा जारी 12 वे बायोस्फीयर रिजर्व के लिए जारी डेटा के अनुसार बाईस्फीयर रिजर्व का कोर जोन 792.53 वर्ग किमी का होगा। इसका वफर क्षेत्र 989.20 वर्ग किमी और संक्रमण क्षेत्र 1 हजार 219.25 वर्ग किमी है। इस प्रकार पन्ना बाईस्फीयर रिजर्व के लिए चिन्हित किये गए करीब तीन क्षेत्रो के लिए करीब तीन हजार वर्ग किमी क्षेत्र जंगल को अधिसूचित किया गया है। इस क्षेत्र में पन्ना जिले का 64.16 प्रतिशत और छतरपुर जिले का 35.84 प्रतिशत क्षेत्र शामिल है। यह बड़ी खुशी की बात है इससे पन्ना टाइगर रिजर्व के साथ-साथ पन्ना में जो ऐतिहासिक स्थल है इनकी पहचान देश के साथ साथ अंतराष्ट्रीय स्तर पर होगी जिसका लाभ यह पर टूरिजम को मिलेगा और विदेशी नागरिकों को आने में आसानी भी होगी।