महिला IPS की लोकेशन ट्रेस करते माफिया का गुर्गा गिरफ्तार, जानिए आखिर कौन है बेखौफ जासूस ?
ग्वालियर में युवा आईपीएस अनु बेनीवाल की जासूसी कराने का मामला सामने आया है। खनन माफिया का गुर्गा 25 दिन से आईपीएस का पीछा कर उनकी लोकेशन शेयर कर रहा था। शक होने पर पूछताछ की तो उसके हाथ पुलिस के गिरेबान तक पहुंचने से भी नहीं चूके। आईए जानते हैं खनन माफियाओं और कथित जासूस आमिर खान की हिमाकत भरी हरकत की हकीकत
यह जो भोली सी सूरत की तस्वीर आप देख रहे हैं। यही है खनन माफियाओं का मुखबिर आमिर खान। इसकी हिमाकत सुनकर बड़े—बड़े अफसर सकते में आ गए हैं। यह पिछले 25 दिन से प्रशिक्षु आईपीएस अनु बेनीवाल का पीछा कर रहा था। मैडम कब कहां जाती हैं, इसकी पूरी जासूसी करता था।
इसके बाद पुख्ता रिपोर्ट वॉट्सअप ग्रुप से खनन कारोबारियों को भेजता था। पुलिस हैरान रहती थी कि दबिश के पहले ही माफियाओं को कौन सूचना भेज रहा है। शक की सुई कई पुलिसकर्मियों पर घूम रही थी। दरअसल अनु बेनीवाल ने अवैध उत्खनन के काले कारोबार पर नकेल कस रखी थी। एक महीने के भीतर ही 20 से ज्यादा डंपर जब्त किए गए। कारोबार की कमर टूटते देख माफिया बेचैन हो उठे। इसके बाद उन्होंने थाना प्रभारी अनु बनीवाल के पीछे अपना गुर्गा छोड़ दिया।
इसके बाद आमिर खान कार्रवाई के पहले ही आईपीएस और उनकी टीम की लोकेशन खनन माफियाओं को देने लगा। सोमवार की रात जैसे अनु बेनीवाल सरकारी वाहन से गश्त पर निकलीं तो एमपी 07 सीडी 0638 नंबर की स्विफ्ट कार उनके पीछे लग गई। पेट्रोल पंप के पास बेनीवाल की नजर कार पर पड़ी। इस कार वह कई दिन से अपने आसपास देख रही थीं। उन्होंने एक आरक्षक को कार सवार के पास भेजा।
पूछताछ करने पर कार में बैठा आमिर खान आरक्षक से उलझ गया और उसका कॉलर भी पकड़ लिया। पुलिस आरोपी को थाने लेकर आई और जब उसका मोबाइल चेक किया तब इस मामले का खुलासा हुआ। पूछताछ में आमिर ने बताया कि खनन माफिया ने उसे लोकेशन ट्रेस करने की जिम्मेदारी दी थी। उसे हर लोकेशन शेयर करने का पैसा मिलता है। वह जौरा का रहने वाला है। उस पर धारा 353 और 186 के तहत की एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस ने उसका मोबाइल जब्त किया है जिसके इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल, मैसेज की पड़ताल चल रही है। इससे कई खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है। पुलिस ने भले ही इस जासूस को पकड़ लिया हो लेकिन इस मामले ने माफियाओं के बुलंद हौसलों को उजागर कर दिया है। अब देखना यह है कि पुलिस जासूस के जहन में दबे राज उगलवाकर खनन कारोबारियों को उनके अंजाम तक कब पहुंचाती है।