जिला अस्पताल की लिफ्ट हुई खराब, बुलाना पड़ा इंजीनियर, ऐसे बाहर आ सके मरीज
जिला अस्पताल की लिफ्ट में खराबी 2 घंटे बाद बाहर आ सके मरीज
जिला अस्पताल की लिफ्ट हुई खराब, बुलाना पड़ा इंजीनियर, ऐसे बाहर आ सके मरीज
छतरपुर जिला अस्पताल की लिफ्ट व्यवस्था मरीजों के लिए सिरदर्द साबित हो रही है। ताजे मामले में लिफ्ट में खराबी आने से मरीज दो घंटे तक तीसरी मंजिल पर फंसे रहे। मरीज और उनके मरीज अंदर से बचाने की गुहार लगाते रहे। लेकिन राहत नहीं मिल सकी। लिफ्ट इंजीनियर को मौके पर बुलाया गया। इसके बाद लिफ्ट को किसी तरह आगे बढ़ाया जा सका। बाद में स्टाफ ने सब्बल की मदद से लिफ्ट के दरवाजे खोलकर अंदर फंसे मरीजों और उनके परिजनों को बाहर निकाला। जिला अस्पताल में लिफ्ट प्रबंधन की स्थिति चिंतनीय है। केवल एक लिफ्ट को छोड़कर बाकी की बंद रहती हैं। कई बार विभाग के अधिकारी निरीक्षण कर चुके हैं। लेकिन लिफ्टों का मेंटेनेंस नहीं कराया जा सका। अस्पताल में रोजाना 300 से 400 मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को आती है। क्योंकि उनको इमरजेंसी में ऊपर लाना ले जाना पड़ता है। अन्य घायलों को भी ऊपर ले जाने में अटेंडर को परेशानी आती है और लिफ्ट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। इमरजेंसी में परिजन मरीजों को गोदी में उठाकर ऊपर तक ले जाने के लिए मजबूर रहते हैं।