कांग्रेस को फिर लगा झटका, लगातार बढ़ रहा भाजपा का परिवार
लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा कांग्रेस को झटके पर झटके दे रही है। आए दिन कांग्रेस के सिपाही भाजपा का दामन थाम रहे हैं। एक दिन पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा में कांग्रेस के पूर्व विधायक को परिजन और समर्थकों के साथ सदस्यता दिलाई थी। अब नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ के गढ़ में सेंधमारी कर निगम के 7 कांग्रेसी पार्षदों को भाजपा ज्वाइन करा दी।
कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री मोहन यादव के समक्ष भी 15 सौ से ज्यादा कांग्रेसियों ने भाजपा का दामन था। उन्होंने इशारा किया था कि कुछ लोग आ गए हैं बाकी लोग भी आज नहीं तो कल आएंगे। दरअसल मप्र की 29 लोकसभा सीटों में से केवल छिंदवाड़ा ही ऐसी सीट है जिस पर भाजपा को हार मिली थी। यहां से पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं। भाजपा मप्र लोकसभा चुनाव में कांग्रेस मुक्त करना चाहती है।
इसलिए छिंदवाड़ा पर विशेष नजर बनाए हुए हैं। वह हर हाल में इस सीट को कांग्रेस से छीनना चाहते हैं। कुछ दिन पहले कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की अटकलें चली थीं। कांग्रेस इस मामले में डैमेज कंट्रोल में सफल हो गई और दोनों पिता-पुत्र ने कांग्रेस न छोड़ने की घोषणा कर दी। एक दिन पहले ही कमलनाथ ने उज्जैन में लोकसभा की 12 से 13 सीटें जीतने का दावा किया था। अब भाजपा ने उनके ही गढ़ से 7 पार्षद छीन लिए। अब देखना यह होगा कि कमलनाथ और कांग्रेस इस सीट को भाजपा नेताओं से केसे बचा पाती है।