Sagar-ढाना एकेडमी का ट्रेनी विमान गुना में कर रहा था इमरजेंसी लैंडिंग, फिर ये हुआ
सागर जिले के ढाना चाइम्स एविएशन एकेडमी का ट्रेनी एयरक्राफ्ट बुधवार की दोपहर गुना में तालाब किनारे क्रैश हो गया। विमान उड़ा रही महिला पायलट चांदनी मिश्रा घायल हो गईं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एकेडमिक सूत्रों ने बताया कि ग्वालियर निवासी चांदनी मिश्रा ने सुबह 9 बजे ढाना एकेडमी से उड़ान भरी थी। यहां से करीब ढाई घंटे बाद उन्होंने नीचम में विमान उतारा था।
वहां रुकने के बाद उन्होंने फिर से ट्रेनी विमान ने दोपहर में नीमच से सागर के लिए उड़ान भरी थी। नीमच से उड़ने के करीब एक घंटे बाद गुना पहुंचते पहुंचते विमान के इंजन में तकनीकि खराबी आने लगी। इस पर पायलट चांदनी मिश्रा ने गुना हवाई पट्टी पर विमान को उतारने की अनुमति मांगी। गुना एथॉरिटी ने अनुमति भी दे दी। इस पर उन्होंने विमान को नीचे उतारा जहां रनवे पर दौड़ते समय वह पेड़ से टकराया गया। इससे विमान के परखच्चे उड़ गए।
हादसा तालाब के किनारे हुआ गनीमत रही कि विमान पानी में नहीं गिरा। पेड़ से टकराने के विमान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ और पायलट चांदनी मिश्रा घायल हो गईं। तत्काल उन्हें दुर्घटनाग्रस्त विमान से बाहर निकालकर एंबुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। पुलिस थाने के एसआई चंचल मिश्रा ने बताया कि नीमच से ट्रेनी विमान सागर जा रहा था। विमान में कुछ खराबी आ गई थी।
इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी, इसी दौरान हादसा हो गया। चांदनी सोलो फ्लाइंग पर विमान में अकेली निकली थीं। चांदनी ट्रेनिंग के कुल 200 घंटे में से अब तक 140 घंटे से ज्यादा देर तक विमान उड़ा चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक विमान के फ्लाइट डेटा रिकार्डर की जांच डायरेक्ट जनरल आॅफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) की टीम करेगी। डेटा रिकार्डर कार्ड में विमान की स्पीड, उंचाई पर उड़ान और पायलट द्यारा पहने गए स्टूंमेंट की जानकारी सामने आ सकेगी।
इसके बाद ही दुर्घटना की असली वजह सामने आ सकेगी। आपको बता दें कि नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आज गुना दौरे पर हैं। आपको बता दें कि ढाना एकेडमी में करीब 80 पायलट विमान ट्रेनिंग ले रहे हैंं।
यह पहला मौका नहीं जब ट्रेनी विमान हादसे का शिकार हुआ है। इसके पहले सागर में जुलाई 2021 में एक ट्रेनी विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। इसमें एक पायलट घायल हुआ था। इसके पूर्व चार साल पहले ढाना के पास ट्रेनी विमन गिरने से ट्रेनी पीयूष चंदेल और पायलट अशोक मकवाना की जान चली गई थी। दस साल पहले भी एक ट्रेनी विमान जबलपुर के बरगी डेम में गिर गया था। इसमें एक ट्रेनी पायलट की जान चली गई थी। इस तरह गुना में ढाना फ्लाइट स्कूल का यह चौथा हादसा हुआ है।