सागर जिले की इस विधानसभा में जल सकंट से जूझ रहे ग्रामीण, 2 किमी दूर से ला रहे पानी
जलसंकट से जूझ रही जनता टंकी बनी शोपीस, जिम्मेदार कौन ?
सागर जिले की इस विधानसभा में जल सकंट से जूझ रहे ग्रामीण, 2 किमी दूर से ला रहे पानी
गर्मी आने के पहले ही खुरई विधानसभा में जलसंकट ने आमद दे दी है। जल जीवन मिशन नाम पर लाखों रुपए पानी की तरह बहाए जा रहे हैं। लेकिन जमीनी हकीकत कोसों दूर है। तहसील मुख्यालय से महज 4 किमी दूरी पर स्थित धांगर गांव में व्याप्त जलसंकट सरकार को आइना दिखाने के लिए काफी है। यहां पर घर—घर पानी पहुंचाने के नाम पर टंकी बना दी गई, पाइप लाइन बिछाकर टोंटियां भी लगा दी गईं। पानी की टेस्टिंग हो गई। पांच दिन सप्लाई हुई। ग्रामीणों को लगा अब परेशानी के दिन विदा हुए लेकिन उनका यह सपना जल्द ही टूट गया। अब पूरा गांव हाथों में बर्तन लेकर 2—2 किमी दूर से पानी ढोने मजबूर हैं। महिलाओं को तो 40 से 50 साल पुराना भारत याद आ गया है। जिसमें वे दूर—दूर से पानी लाने को मजबूर रहती थीं। गांव में लगे हैंडपंप बंद पड़े हैं। पानी की मोटरें जिम्मेदारों ने गायब कर दी हैं। अब 2 हज़ार आबादी वाले गांव में कई महीनों से पानी की समस्या बनी हुई है। ग्रामीण करीब डेढ़ किमी दूर खेतों और निजी वोरबेल से पानी लाते हैं। ग्रामीण चिंतित हैं कि जब फरवरी माह में यह हाल हैं तो मई—जून में क्या होगा। कई बार अधिकारियो से शिकायत करने के बाद भी गांव में पानी का इंतजाम नहीं हो सका है। ग्रामीण कई बार पीएचई कार्यालय के चक्कर काट चुके हैं। अधिकारियों से शिकायत भी की है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। हाल ही में पूर्व मंत्री क्षेत्रीय विधायक भूपेंद्र सिंह से भी शिकायत कर चुके हैं। लेकिन समस्या का हल नहीं हो सका है। ग्रामीण प्यास बुझाने संघर्ष कर रहे हैं। मददगार कोई नजर नहीं आ रहा है ऐसे में देखना यह होगा कि जिम्मेदारों के कानों तक खाली बर्तनों की आवाज कब तक पहुंचती है।