सागर-मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिलने पैदल क्यों निकले किसान? क्या है समस्या ?
किसानों की न्याय यात्रा CM मोहन यादव को सुनाएंगे दुखड़ा
सागर-मुख्यमंत्री मोहन यादव से मिलने पैदल क्यों निकले किसान? क्या है समस्या ?
सागर जिले की बंडा बृहद सिंचाई परियोजना ने किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। प्रशासन उनकी समस्याएं निपटाने में नाकाम साबित हो रहा है। अधिकारियों की मनमानी से परेशान किसानों को राजधानी भोपाल का रुख करना पड़ रहा है। किसान अब मुख्यमंत्री मोहन यादव के सामने अपनी परेशानियां रखकर न्याय की मांग करेंगे। पैदल निकले किसान राहतगढ़ पहुंच चुके हैं। किसानों का कहना है कि 6 साल से डूब क्षेत्र में आए गांवों के लोग खासे परेशान हैं। अब तक मुआवजा समेत अन्य सुविधाएं नहीं मिल सकी हैं। अधिकारियों को समस्याओं से कोई लेना—देना नहीं है। हम लोग 22 फरवरी को बंडा के बहरोल से भोपाल के लिए पैदल निकले हैं। यहां किसानों ने मंगल भवन में रात्रि विश्राम किया और न्याय के लिए फिर पैदल यात्रा शुरू कर दी। किसानों ने बताया कि 2018 में धारा 11 लागू की गई थी। उस समय 888 मकानों को डूब में रखा गया था जो कि नवीन सर्वे में छोड़ दिए हैं। धारा 11 का प्रकाशन 2018-19 में हो चुका था किंतु आज तक मुआवजा की राशि नहीं मिली। 2018 से किसान क्रेडिट कार्ड सहित सरकारी योजनाओं से वंचित हैं। अब हम मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांगे रखेंगे।