सागर-सरकारी टीचर के रक्तदान का अनोखा अंदाज, गांव गांव जाकर जगा रहे अलख
बहन को डेंगू हुआ रक्त की जरूरत पड़ी लेकिन व्यवस्था नहीं हो सकी, इससे हालत इतनी बिगड़ी की राजधानी ले जाना पड़ा और फिर मुश्किल से इंतजाम हुआ, यह वाक्य एक शिक्षक भाई को अंदर तक कसोट गई, फिर क्या शिक्षक भाई इसकी अलख जगाने गांव गांव निकल पड़े लोगो को समझाते है रक्तदान करने के लिए प्रेरित करते है युवा तो ठीक महिलाएं भी रक्तदान के लिए आगे आने लगी है
ये शिक्षक ये सौमित्र पांडे जो सागर जिले के जैसीनगर में आने वाले ओरिया में पदस्थ है, सौमित्र की जागरूकता की वजह से ग्रामीण क्षेत्रो में रक्तदान को लेकर जागरूकता आई है, लोग बढ़-चढ़कर रक्तदान करने लगे हैं सौमित्र जिला चिकित्सालय के सहयोग से ग्रामीण अंचलों में रक्तदान शिविर का आयोजन करते हैं और आज जैसीनगर में सातवां रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
वही सौमित्र पांडे की समिति में आज कई युवा जुड़े हुए हैं जो कभी भी लोगों को ब्लड की जरूरत होती है तो वह आगे आकर ब्लड डोनेट करते हैं और आज वह इस तरह से सैकड़ो लोगों की जान बचा चुके हैं वहीं सौमित्र पांडे भी लगभग 15 बार और उनकी टीम के सदस्य भी कई बार रक्तदान कर लोगों की जान बचा चुके हैं।