आंगनवाड़ी में मासूमों ने खिचड़ी और कढ़ी-चावल खाए, फिर मासूमों का हुआ ऐसा हाल
दमोह जिले में एक आंगनवाड़ी केंद्र में मध्याह्न भोजन खाने के बाद बच्चों के बीमार होने का मामला सामने आया है। करीब एक दर्जन मासूम बच्चों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजन बच्चों की अजीब हरकतें देखकर सकते में हैं जबकि डाॅक्टरों के मुताबिक फूड पाइजनिंग के चलते ऐसा हाल हुआ है।
मामला बांदकपुर के पास मुड़ारी पंचायत के आंगनवाड़ी केंद्र का है। आपको बता दें सुबह ही 5 साल से कम उम्र के बच्चे आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचे थे। लेकिन जब वे दोपहर में घर वापस लौटे तो अजीब हरकतें करने लगे। एक-दो बच्चों में उल्टे-सीधे लक्षण देख परिजनों को प्रेत बाधा का मामला लगा। लेकिन देखते ही देखते गांव में ग्यारह बच्चों के बीमार होने की बात सामने आई। उनकी हालत देख परिजन बच्चों को लेकर निजी वाहनों से अस्पताल की ओर भागे।
सूचना मिलते ही प्रशासन ने गांव में एंबुलेंस की व्यवस्था की। इसके बाद सभी बच्चों को जिला अस्पताल दमोह में भर्ती कर इलाज कराया जा रहा है। इलाज करने वाले डाॅक्टरों ने बताया कि बच्चों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है। फूड पाइजनिंग के लक्षण हैं। परिजनों ने बताया कि बच्चे सुबह मुड़ारी आंगनवाड़ी केंद्र पर गए थे। यहां उन्हें पहले महिला बाल विकास विभाग की ओर से होने वाले पोषण वितरण के तहत खिचड़ी खिलाई गई।
इसके बाद दोपहर में मैन्यू के अनुसार फिर कढ़ी-चावल बांटे गए। भोजन खाने के बाद बच्चे घर लौट आए। तभी से उनका व्यवहार बदल गया और किसी को उल्टी तो किसी को घबराहट होने लगी। बच्चे अजीब सी हरकतें कर रहे हैं। इधर आंगनवाड़ी में बच्चों के बीमार होने की खबर से प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसडीएम आरएल बागरी अस्पताल पहुंचे और बच्चों की हालत का जायजा लिया। अधिकारी अब जांच की बात कह रहे हैं।