सागर-प्रशासन का रेक्स्यू सफल, अंशिका के बाहर आते ही दौड़ी खुशी की लहर। ऐसे टला संकट
बीना के मालखेड़ी रेलवे जंक्शन पर खंभे गाड़ने वाले गड्ढे में फंसी अंशिका को बाहर निकालने में स्थानीय प्रशासन को सफलता मिल गई है। जेसीबी मशीन और मददगार हाथों ने अंशिका पर आए संकट को टाल दिया। 12 साल की अंशिका गुरूवार की शाम खेलते समय स्टेशन के पास सीमेंट के गोल गड्ढे में चार फीट नीचे फंस गई थी। सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी, प्रशासन और पुलिस विभाग ने मोर्चा संभालकर रेस्क्यू आपरेशन शुरू किया था।
बच्ची का पैर सीमेंट के पाइप में बुरी तरह फंस गया था। जब सामान्य कोशिशें नाकाम हुईं तो जेसीबी मशीन से खुदाई की गई। बाजू में गड्ढा खोदकर ड्रिल मशीन से सीमेंट का पाइप काटा गया। इसके बाद उसे बाहर निकाला जा सका। इसमें करीब चार घंटे का समय लग गया। बच्ची को बाहर निकालकर सभी ने राहत की सांस ली है। जीआरपी अधिकारी कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
12 साल की मासूम के जीवन से संघर्ष की खबर सुनकर बीना से बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे। प्रशासन के साथ स्थानीय लोगों ने मदद में हाथ बंटाया। पुलिस, डाॅक्टर, समाजसेवी सभी जुटे रहे। बच्ची के बार निकलने पर पिता सीतासरण कोरी ने सभी का आभार व्यक्त किया। मजदूर परिवार के खुशी के आंसू झलक उठे।
रेस्क्यू आॅपरेशन के बाद बच्ची बाहर तो आ गई। लेकिन मुसीबत के उन पलों को उसे भुलाना मुश्किल हो रहा है। एक तो वह कई घंटों तक फंसी रही उस पर उसके सिर पर ही ड्रिल मशीनें चलीं और जेसीबी मशीन का शोर सहना पड़ा। बाहर निकलने के बाद भी उसकी आंखों में दहशत नजर आ रही थी। डाॅक्टर वीरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया फिलहाल उसका इलाज चल रहा है।
गनीमत रही कि प्रशासन ने समय रहते तत्परता दिखाकर मासूम की जिंदगी बचा ली। लेकन इस घटना ने रेलवे की लापरवाही को उजाकर कर दिया है। निर्माण कार्य के दौरान अधिकारियों ने न तो कोई सतकर्ता बरती गई और न ही उस क्षेत्र को प्रतिबंधित किया गया। फिलहाल तो हादसा टल गया लेकिन दोषियों को सजा मिलती है या ढर्रा ऐसे ही चलता रहेगा यह आने वाला समय ही बताएगा। ब्यूरो रिपोर्ट सागर टीवी न्यूज बीना