भैंसे की शहर में रखने मालिक ने उठाया 2 लाख का घाटा। जानिए खासियत
बुरहानपुर की शान कहलाने वाला केसरी पाड़ा जिले के बाहर नहीं जाएगा। उसे पाने के लिए महाराष्ट्र के व्यापारी ने 5 लाख रुपए की बोली लगाई थी। लेकिन पाड़ा मालिक ने 2 लाख का घाटा उठाते हुए जिले के ही व्यक्ति को बेचा है। उसके शहर में ही रुकने से लोगों में खुशी का माहौल है। बाड़ा जैनाबाद के किसान शेख बाबू रसीद ने पाड़ा खरीदा है।
उन्होंने अपना शौक पूरा करने पाड़ा खरीदा है उन्हें इससे फायदा नहीं चाहिए। आपको बता दें कि यह कोई साधारण भैंसा नहीं है। वह आज तक जितने भी पाड़ों के दंगल में उतरा है मैदान जीतकर ही बाहर निकला है। अभी तक उसने 22 दंगल जीते है।
उसे केसरी का खिताब मिला हुआ है। उसकी खुराक सुनकर भी आप हैरान हो जाएंगे। बाबू रशीद ने बताया कि भैंसा एक दिन में 20 लीटर दूध पीता है। काजू, बादाम, अंजीर जैसे ड्रायफ्रूट खाने का शौकीन है। रोज उसे दो घंटे पानी में नहलाना पड़ता है और 5 किमी घुमाना पड़ता है। घर के पांच लोग उसकी सेवा में लगे रहते हैं।
अब यह हमारे परिवार के सदस्य की तरह है। पहले यह रमजान तड़वी के पास था। इसे खरीदने के लिए महाराष्ट्र के जालना जिले से एक व्यापारी ने 5 लाख रुपए में मांगा था। लेकिन तड़वी ने उसे जिले से बाहर भेजने की बजाए बुरहानपुर के ही बाबू रसीद को 3 लाख 11 हजार रुपए में दे दिया। इस तरह उन्होंने इस पर करीब 2 लाख रुपए का नुकसान उठाया लेकिन जिले से बाहर नहीं भेजा। अब यह केसरी भैंसा बुरहानपुर में ही रहकर यहां की शान बढ़ाएगा।