Sagar के रहमदिल Docter बीमार बच्चों को ढूंढकर करते है मुफ्त इलाज !
धरती पर डॉक्टर को भगवान की संज्ञा दी जाती हैं, यह पदवी सागर के अंकित जैन जैसे नेक दिल डॉक्टरो की सेवा के बदौलत ही दि जाती हैं, डॉक्टर अंकित जैन सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के शिशु रोग विभाग में अस्सिटेंट प्रोफेसर है वह पिछले तीन साल से ड्यूटी के बाद बीमार बच्चो को तलाशने निकल जाते है।
इसके पीछे उनकी मंशा पैसा कमाना नहीं है, वह बच्चो की फ़ीस तो लेते ही नहीं है उल्टा मुफ्त इलाज मुहैया कराते है गरीब बस्ती के लोग उन्हें बिना फ़ीस वाले डॉक्टर कहते है वह अभी तक 5 हजार बच्चो की स्क्रीनिंग कर चुके है जिसमे कई बच्चे कुपोषित, निमोनिया, कम हाइट,खून की कमी ग्रसित थे, और जांच के दौरान कुछ बच्चे दिल की बीमारियों से ग्रसित थे जिन्हे शासन की योजना का लाभ दिलाकर ऑपरेशन कराया है। इस अभियान मुस्कान की शुरूआत डॉ. अंकित ने तीन साल पहले जनवरी 2021 में की थी।
डॉक्टर के इस नेक काम से बच्चो के चेहरों की मुस्कान खिल रही है तो वही उनके माता पिता को भी खुशियाँ मिल रही है। ऐसे लोग डॉक्टर की दुआए देते नहीं थकते है।
डॉ. अंकित जैन बताते हैं कि जब वह वर्ष 2015 में गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में पढ़ाई कर रहे थे, तभी नाइट ड्यूटी के दौरान एक पिता अपने बच्चे को गंभीर हालत में लेकर आए. बच्चे का शरीर नीला पड़ा था, उसे दिल में छेद होने की समस्या थी. मैने बच्चे के पिता से कहा बच्चे को गंभीर स्थिति में आने से पहले नहीं ला सकते थे.
जिस पर पिता ने कहा कि मुझे पता है कि मेरे बेटे के दिल में छेद है, लेकिन इलाज इतना महंगा है कि इसके लिए मेरे पास पैसे नहीं है. उसे शासन की योजना के बारे में पता नहीं था, तब मुझे लगा कि शासकीय योजनाओं की जानकारी के अभाव में मासूम बच्चों की मौत हो रही है. मैंने पीजी की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्राइवेट प्रक्टिस कर पैसा कमाने की जगह बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज ज्वाइन किया और ड्यूटी के बाद इस सेवा और ब्रिज का काम अपने शहर से शुरू किया. आज कई बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है, यही मेरे जीवन की कमाई है.