सागर-धधकते अंगारों पर सरपट दौड़ी आस्था, भगवान का चमत्कार देख हक्के-बक्के रह जाएंगे आप !
सागर के देवरी में मनोकामना पूर्ण होने के बाद अंगारों पर सरपट दौड़ने वाली आस्था का मेला चंपा छठ से शुरू हो गया है सोमवार की दोपहर ठीक 12 बजे खंडेराव मंदिर परिसर में 135 श्रद्धालु धधकते हुए अंगारों पर से निकले मान्यता है कि मंदिर में हल्दी के उल्टे हाथ लगाने से माता की सूनी गोद भर जाती है साथ ही इसके अलावा लोगों की अन्य जो भी मनोकामनाएं होती हैं वह पूर्ण होने के बाद वे यहां पर बनाए गए आहडो में भरे अंगारों पर से निकलते हैं,
मंदिर के प्रबंधक नारायण मल्हार विद्या बताते हैं कि पिछले 192 साल से उनके पूर्वज यहां की व्यवस्था को संभालते आ रहे हैं इस मंदिर का निर्माण करीब 400 साल पहले पुत्र मनोकामना को लेकर राजा यशवंत राव ने करवाया था वही जब उनके पुत्र अज्ञात बीमारी से ग्रसित हो गए थे और उन्होंने भगवान से प्रार्थना की थी तब स्वप्न में आकर उन्होंने इस तरह अंगारों पर चलने के निर्देश दिए थे राजा ने ऐसा ही किया था इसके बाद से यह मान्यता चली आ रही है
श्रद्धालुओं ने बताया कि वह आगे के अंगारों से निकले हैं लेकिन जरा सी भी आंच नहीं आई है, यह भगवान का चमत्कार ही है कि आग पर से निकले और इसका एहसास भी नहीं हुआ है