भगवान ने दूल्हा बनकर दुल्हन बनी माता जानकी संग लिए सात फेरे
रविवार को विवाह पंचमी के अवसर पर पूरे शहर में विवाह उत्सव की धूम देखने को मिली सागर के बाद बाजार इलाके में स्थित रामबाग मंदिर में भगवान राम दूल्हा बने तो माता जानकी दुल्हन बनी हल्दी तेल की रस्में हुई सुबह भगवान का अभिषेक करने के बाद दिव्य श्रृंगार किया गया सहस्त्र अर्चन किया गया धार्मिक रीति रिवाज के साथ भगवान का टीका, धनुष खंडन, वरमाला, पाव पखरई, भांवर एवं कन्यादान सहित सभी वैवाहिक संस्कार किए गए इस महोत्सव में सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए बड़े ही उत्साह के साथ विवाह महोत्सव मनाया गया
रामबाग मंदिर में मिनी अयोध्या ओरछा की तर्ज पर वैवाहिक संस्कार की रस्में निभाई गई, रात में ब्याहूला महोत्सव हुआ
मंदिर के महंत घनश्याम दास जी महाराज ने बताया कि पिछले 27 सालों से भगवान सीताराम का विवाह है धूमधाम से मनाया जा रहा है इस बार भक्तों मैं ज्यादा लगाओ देखने को मिला जिसकी वजह से इस बार और भी बढ़-चढ़कर लोगों ने हिस्सा लिया और बहुत बड़ा कार्यक्रम किया गया है