एंकर - टीकमगढ़ शहर के लाल दरवाजा स्थित कैत के मंदिर पर तुलसी सालिक राम का विवाह का आयोजन किया गया यह मंदिर अति प्राचीन लगभग 400 वर्ष पुराना है और मंदिर के जीड उधार के बाद पहली बार यहां पर तुलसी शालिराम के विवाह का आयोजन किया गया।
शालिराम की बारात का स्वागत शहर में जगह-जगह किया गया और पालकी में विराजमान शालिराम का शहर के लोगों ने अपने दरवाजे पर वंदन बार बांधकर उनका स्वागत एवं टीका किय, बारात पपौरा चौराहा , नगर भवन, शक्ति टॉकीज रोड लाल दरवाजा होते हुए रामसेवक लोहिया निवास पर पहुंची, बारात में महिला एवं पुरुष बाराती बन के निकले और डीजे की धुन पर पूरे शहर में नाचती गाती निकली,
रामसेवक लोहिया के परिवार में कन्या पक्ष की तरफ से तुलसी विवाह का आयोजन किया गया था जहां बारात का स्वागत सभी परिजनों ने किया और और दूल्हा बने शालिग्राम का टीका हुआ ,टीका के बाद विवाह की रस्मो का पांव पखराई , फेरे एवं अन्य विवाह की रशमे का आयोजन किया गया और रात्रि में तुलसी शालिग्राम की विदा हुई।
तुलसी शालिग्राम के विवाह में शामिल होने के लिए लोहिया परिवार के सभी रिश्तेदार बाहर से आए और भगवान शादी में शामिल हुऐ।
वाइट 01 डॉ. अतुल लोहिया, (तुलसी माता के पक्ष वाले) कन्या पक्ष से। वाइट 02 पंडित मुकेश द्विवेदी, (शालिग राम भगवान के पक्ष वाले) वर पक्ष से वाइट 03 लक्षमी अग्रवाल, झांसी, (तुलसी माता के पक्ष से रिश्तेदार) कन्या पक्ष से रिश्तेदार। टीकमगढ़ से अंजली जैन