मध्य प्रदेश में ठंड लौटते ही टाइगर रिजर्व में लगातार बाघों का दीदार हो रहा है। सुबह की ठंडी हवाओं के बीच खिली धूप जैसे ही निकलती है, बाघिन अपने शावकों को लेकर सैर पर निकल पड़ती है। जिसके बाद सभी धूप सेंकने के जगह पर बैठ जाते हैं। एक तरफ बाघिन जहां आराम के पल बिताती है वहीं दूसरी ओर शावक अठखेलियां करते नजर आते हैं। ऐसा ही कुछ रोमांचक नजारा मध्य प्रदेश के दो टाइगर रिजर्व से सामने आया है।
मध्यप्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (STR) से टाइग्रेस फैमिली के लाड़-दुलार के VIDEO सामने आए हैं। टाइग्रेस मछली और हार्टफेस अपने शावकों के साथ स्पॉट हुईं। मछली ने अपने तीन शावकों को एक-एक कर दुलारा तो हार्टफेस अपने एक शावक को शिकार करना सिखाती दिखी। बाघिन हार्टफेस इन दिनों अपने एक साल के शावक को शिकार के गुर सिखा रही है।
बाघिन मछली के शावक छह महीने के पर्यटकों की जिप्सी जब महुआ पड़ाव तालाब पर पहुंची तो चूरना की बाघिन मछली अपने तीन शावकों के साथ किनारे पर बैठी दिखी। तीनों शावक उछल-कूद कर रहे थे। बाघिन एक-एक कर शावकों को दुलार भी कर रही थी। पर्यटक करीब आधे घंटे तक 10 मीटर की दूरी से बाघिन और उसके शावकों को देखते रहे। शावक, बाघिन का दूध भी पीते रहे। मछली के शावकों की उम्र लगभग छह महीने है।
वहीं एमपी के सिवनी जिले के पेंच राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों ने रुखड़ बफर क्षेत्र में बाघिन हुए उसके तीन शावकों को एक साथ देखा। बाघिन और शावकों की चहल कदमी देख पर्यटक रोमांचित हो गए। जिसके बाद उन्होंने इस मंजर को अपने कैमरे में कैद कर लिया। बता दें कि पेंच टाइगर रिजर्व में देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग बाघों का दीदार करने के लिए आते हैं।