डूब प्रभावित क्षेत्र में नुकसान को लेकर पूर्व गृहमंत्री ने उठाई आवाज,सर्वे कर जल्दी मुआवजा दे सरकार
बड़वानी में पिछले सप्ताह इंदिरा सागर बांध के गेट खोलने से जिले के नर्मदा किनारे बेकवाटर से आई बाढ़ ने कई आबाद गांवों को तबाह कर दिया था। जिसके चलते अब तटीय ग्रामीण और प्रभावित लोग डूब के आधार पर सरदार सरोवर बांध के सर्वे की मांग करने लगे हैं। शनिवार को पूर्व गृहमंत्री और विधायक बाला बच्चन और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राजन मंडलोई ने डूब प्रभावित गांवों का जायजा लिया।
इस दौरान लोगों में शासन और जिला प्रशासन के विरुद्ध खासा रोष नजर आया। लोगों ने तत्काल उचित सर्वे और राहत की मांग की। गौरतलब है कि 15-16 सितंबर को इंदिरा सागर बांध के गेट्स खोलने और बारिश के चलते नर्मदा नदी का बेकवाटर लेवल पहली बार 142 मीटर तक पहुंच गया था। इस दौरान देर शाम तक नर्मदा का बेकवाटर लेवल उच्चतम लेवल 138 पर पहुंचा था और आधी रात तक 142 मीटर तक पहुंच गया।
ऐसे में रात के अंधेरे में लोगों ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई। बताया जा रहा है कि जिले में कई गांव बेकवाटर की चपेट में हैं। इस दौरान सेगांवा गांव में नर्मदा बचाओ आंदोलन के राहुल यादव, कमला यादव आदि ने भी पूर्व गृहमंत्री बच्चन से चर्चा कर डूब को लेकर विस्तार से जानकारी दी। डूब से प्रभावित गांव अब वीरानी में बदल गए हैं।
लोगों के मकान टूट गए हैं और खेत बर्बाद हो गए हैं। इसमें ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिनको प्लाट का मुआवजा नहीं मिला, बल्कि डूब से बाहर के लोगों के मकान भी बाढ़ ने धराशायी कर दिए हैं। निरीक्षण के दौरान कांग्रेस नेता राजन मंडलोई, बाबूलाल कोटवाल, चंद्रशेखर यादव, सुनील यादव, करण दरबार,अशोक काग, अजयसिंह ठाकुर, बलराम यादव विशाल यादव , रोहित यादव सहित कार्यकर्ता शामिल थे।