सागर- कौन थे लाखा बंजारा,जिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही यह बड़ी बात | sagar tv news |
प्रधानमंत्री ने सागर में सामाजिक समरसता के मंच से लाखा बंजारे का नाम लेकर सबको चौंका दिया। आखिर कौन हैं यह लाखा बंजारा जिनके काम और जलसंरक्षण को पीएम नरेंद्र मोदी ने मंच से याद करते हुए उनकी परंपरा को आगे बढ़ाने का काम किया। आइए पहले यह जानते हैं कि पीएम मोदी ने लाखा बंजारा को लेकर क्या कहा?
सागर ऐसा जिला है जिसके नाम में तो सागर है ही, इसकी पहचान 400 एकड़ की लाखा बंजारा झील से भी होती है। इस धरती से लाखा बंजारा जैसे वीर का नाम जुड़ा है। लाखा बंजारा ने इतने वर्ष पहले पानी की अहमियत को समझा था,
लेकिन जिन लोगों ने दशकों तक देश में सरकारें चलाई, उन्होंने गरीबों को पीने का पानी पहुंचाने तक की जरूरत तक नहीं समझी,लेकिन यह काम भी जलजीवन मिशन के जरिए हमारी सरकार जोरों पर कर रही है। आज दलित बस्तिययों,पिछड़े इलाकों, आदिवासी क्षेत्रों में पाइप से पानी पहुंच रहा है।
बता दे कि इतिहास में सागर की झील का निर्माण कराने वाले बंजारों के सरदार का नाम लाखा बंजारे के रूप में याद किया जाता है। इनका असली नाम लख्खी शाह था, जिनके पिता दिल्ली में उसी रायसीना हिल्स के मालिक थे, जहां आज राष्ट्रपति भवन और संसद भवन मौजूद हैं।
लख्खी शाह नमक और रूई का कारोबार करने सैकड़ों बैलगाड़ी, घोड़ागाड़ी और ऊंटगाड़ी से देशभर की यात्राएं करते थे। विदेशों तक उनका कारोबार था। सिख इतिहास में उनका नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है।
इन्हीं लख्खी शाह ने सागर में ऐतिहासिक झील का निर्माण कराया था। इनसे जुड़ी कई किवदंतियां भी प्रचलन में हैं। स्थानीय भाषा में लख्खी शाह को ही लाखा बंजारा संबोधन से पुकारा जाता है, जिनका पीएम मोदी ने मंच से जिक्र किया है।