विधायक के प्रति ग्रामीणों का चुनाव को लेकर ऐसा बहिष्कार, किया विरोध
एमपी के बड़वानी विधानसभा के पाटी विकास खण्ड के गाँव खारया भादल में मूलभूत सुविधाएं न होने से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पडा है और उन्होंने विधानसभा चुनाव के बहिस्कार करने का फैसला किया। इस गांव में न तो सडक है और न ही पर्याप्त बिजली। यहां तक कि स्कूलो में षिक्षक तक नहीं है।
जबकि यह क्षेत्र प्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल का है। बताया जा रहा है कि इस गांव में करीब एक हजार से ज्यादा परिवार है और करीब 500 से ज्यादा मतदाता है। लेकिन इनकी समस्याएं दूर के लिए किसी भी जनप्रतिनिधि या फिर जिम्मेदार ने ध्यान नहीं दिया। इस मामले में ग्रामीणों ने बताया कि सेमलेट से भादल गांव तक आने के लिए सड़क नही है, जिससे लोगों को खासा परेषान होना पडता है।
ऐसे ही गांव में बिजली के आने जाने का कोई समय है। लोगों को कभी 2 घंटे तो कभी 3 घंटे बिजली मिल रही है। कई क्षेत्रों में आज भी सड़क की दरकार है। यदि शिक्षा की बात करें तो स्कूल तो है लेकिन टीचर नही है, कोई भी शिक्षक यहाँ आना पसंद नही करता, क्योंकि ये बड़वानी जिले का आखिरी गांव है।
हालांकि, ग्रामीणों ने कई बार मांग उठाई और समस्याएं दूर करवाने के लिए अधिकारियों को भी बार-बार ज्ञापन दिए लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इस बात के चलते ग्रामीणों ने चुनाव में वोट न देने का फैसला लिया और चुनाव वहिस्कार संबंधी पोस्टर गांव में चिपका दिए। साथ ही चुनाव के समय जनप्रतिनिधियों के लिए भी यहां आने से मना किया है।