सागर-मंत्री के भाई से एक फ़ोन कॉल और पूर्व भाजपा नेता का भाई गायब | sagar tv news |
एमपी के सागर जिले की सुरखी विधानसभा फिर सुर्खियों में है। इस बार मंत्री गोविंद सिंह के भाई हीरा सिंह राजपूत और भाजपा से निष्कासित नेता राजकुमार सिंह धनाेरा के चचेरा भाई चंद्रेश सिंह का ऑडियो वायरल हुआ और पिछले 4 दिन से चंद्रेश सिंह लापता है। पूर्व भाजपा नेता राजकुमार धनौरा ने इसमें चंद्रेश सिंह के किडनेप होने की आशंका जाहिर करते हुए इसमें मंत्री गोविंद सिंह और उनके भाई हीरा सिंह राजपूत पर गंभीर आरोप लगाए है, वही हीरा सिंह ने उनके परिवार को बदनाम करने की साजिश बताते हुए कहा की राजकुमार पर ही अपने भाई को छुपाने की बात कही है। इसके साथ ही कहा है कि चंद्रश रात में शराब के नशे में रोज फोन लगाते थे इसकी जांच के लिए एसपी को मैंने आवेदन दिया है। सबसे पहले ये ऑडियो सुनिए
दरअसल शनिवार काे चंद्रेश के लापता हाेने के पहले एक कथित ऑडियो वायरल हुआ था। ऑडियाे काे लेकर राजकुमार धनाेरा ने साेशल साइट्स पर मंत्री राजपूत के भाई, जिपं अध्यक्ष हीरासिंह और उनके भाई चंद्रेश सिंह ठाकुर के बीच बातचीत हाेना बताया था। धनाेरा का आराेप है कि चंद्रेश हीरा सिंह के भतीजे मूरत सिंह के साथ रोड की ठेकेदारी के काम में पार्टनर था। उसे इस काम के पैसे लेना हैं।
वही इसके बाद शनिवार को ही माेतीनगर थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपाेर्ट दर्ज कराई गई थी। चंद्रेश के लापता हाेने की रिपाेर्ट दर्ज करने के बाद माेतीनगर थाना प्रभारी मानस द्विवेदी ने इस संवेदनशील मामले की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियाें काे नहीं दी। जिससे पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने लापरवाही पर माेतीनगर थाना प्रभारी द्विवेदी काे तत्काल प्रभाव से लाइन अटैच कर दिया है। साथ ही इस मामले में अनुशासनिक जांच के आदेश दिए हैं।
इस मामले में राजकुमार धनौरा ने कहा की चंद्रेश का हीरा सिंह के भतीजे से रोड के कार्यो का लें देन था वह हिसाब नहीं कर रहे थे इसलिए फोन लगाया तो अभद्रता की, और कुछ समय बाद वह घर के पास से लापता हो गए, इसमें मुझे हीरा और गोविन्द के द्वारा अपहरण कराने की आशंका है,
जिला पंचायत अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत का इस मामले में कहना है कि वह शराब पीता है। कई दिन से मुझे फाेन लगा रहा था। इसके बाद परिवार के लाेगाें ने उसके गुम हाेने की थाने में फर्जी शिकायत दर्ज कराई है। मैं इस संबंध में एसपी से मिला था। जांच के बाद सारा मामला सामने आ जाएगा।
वही इस मामले में पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है। जब सागर पुलिस अधीक्षक से इस पर जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने कैमरे पर कुछ भी कहने से मना कर दिया।