सागर-लंपी वायरस पर डॉक्टरों ने दी सलाह संक्रामक पशु को खुला न छोडे, पशु अस्पताल में लेकर आएं
सागर जिले के गढाकोटा में लंपी वायरस ने अपने पैर पसारना फिर से शुरू कर दिया है। जिसकी चपेट में पशु आने लगे है। इस बात के चलते स्वास्थ्य विभाग ने एक टीम गठित की है। जो पषुआें की निगरानी कर रही है।
इस मामले में चिकित्सा विस्तार अधिकारी डॉ. नीरज सिंह ने बताया कि यदि किसी पषुपालक को लंपी से संबंधित लक्षण पषुओं में दिखे, तो वे तुरंत इसकी जानकारी पषु अस्पताल में दे। साथ ही कहा कि प्रभावित पशु को अन्य पशुओं से अलग रखें और उसे खुला न छोड़े। यह बीमारी एक संक्रामक रोग विषाणु जनित बीमारी है।
इस बीमारी का फैलाव पशुओं में मक्खी और मच्छरों के काटने से होता है। उन्होंने कहा कि प्रभावित पशु की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए उसे मल्टी विटामिन जैसी दवाएं दी जा सकती हैं। इस रोग के फैलने की आशंका 20 प्रतिशत तक होती है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले लंपी वायरस ने सागर जिले के कई गांवों के पषुओं को अपना शिकार बनाया था, जिससे उनकी जान चली गई थी।