सागर-रथ आकर में पंढरीनाथ का एकमात्र मंदिर, महाभारत सीरियल के श्रीकृष्ण भी आ चुके हैं दर्शन करने
पंढरीनाथ का इकलौता मंदिर ! नदियों के संगम,रथ आकार में मौजूद
सागर-रथ आकर में पंढरीनाथ का एकमात्र मंदिर, महाभारत सीरियल के श्रीकृष्ण भी आ चुके हैं दर्शन करने
सागर जिले में प्रदेश का श्री देव पंढरीनाथ का एकमात्र मंदिर है, जिसमें भगवान विट्ठल का विग्रह स्थापित है. 300 साल पुराने मंदिर को लेकर बताया जाता है कि इसकी स्थापना सागर के मराठों के ओर से की गई थी. इसी तरह का मंदिर महाराष्ट्र के पंढरपुर में है, उसी की प्रतिकृति के रूप में यह दुर्लभ मंदिर रहली में है. विट्ठल भगवान का यह मंदिर दो नदियों के संगम पर स्थित है. महाराष्ट्र के पंढरपुर में स्थित यह मंदिर रथ की आकार में बना हुआ है. यह पंढरीनाथ मंदिर भीमा और कुंठा नदी के संगम पर स्थित है. इसी तरह सागर के रहली में भी देहार और सुनार नदी के संगम पर पंढरीनाथ मंदिर स्थित है. यहाँ नदी का आकार चंद्राकार में है, इसलिए इसे चंद्रभागा भी कहते हैं. बड़े पंढरपुर में दीपस्तंभ में बने हुए बड़ा प्रांगण है और उसके सामने भगवान की विग्रह स्थापित है, जो गर्भगृह में स्थित है. इसी तरह का मंदिर रहली के पंढरपुर में भी है, जो अत्यंत प्राचीन है. इस तरह के मंदिरों में केवल दो ही प्रमुख स्थान हैं. दो साल पहले यहां महाभारत सीरियल में श्री कृष्ण का रोल निभाने वाले अभिनेता नितीश भारद्वाज भी आए थे, जिन्होंने विट्ठल जी का अभिषेक किया था.देवशयनी एकादशी पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम यहां पर महोत्सव के रूप में मनाए जाते हैं. 29 जून से गुरु पूर्णिमा तक यहां पर महामहोत्सव मनाया जाएगा