सागर-घटिया टंकियां कभी भी दे सकता है एक बड़े हादसे को अंजाम, ग्रामीणों में दहशत
सागर-पानी की टंकियों का किया जा रहा घटिया निर्माण
सागर-घटिया टंकियां कभी भी दे सकता है एक बड़े हादसे को अंजाम, ग्रामीणों में दहशत
जल जीवन मिशन के तहत गांव-गांव में बनाई जा रही पानी की टंकियांे के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा, जिससे यह टंकियां कभी भी धराषायी होकर एक बडे हादसे को अंजाम दे सकती है, लेकिन इस बात की परवाह अधिकारियों को नहीं है, बताया जा रहा है कि सागर जिले की राहतगढ ब्लाक के ग्राम झिला में 1 करोड 39 लाख रुपए की लागत से नल जल योजना स्वीकृत हुई थी जिसके तहत पानी की टंकियां पीएचई द्वारा बनाई जा रही है, लेकिन टंकी का निर्माण घटिया तरीके से किया जा रहा है, बताया जा रहा है कि जब टंकी बनाई जा रही थी तब ग्रामीणों ने भी गुणवत्ता पर सवाल खडे किए थे, लेकिन उनकी एक न सुनी गई और जब बनकर तैयार हुई टंकी में पानी भरा गया तो टंकी में से पानी रिसाव जगह-जगह से होने लगा, जिसके चलते टंकी के आसपास रहने वाले लोग दहशत में हैं, लोगों का कहना है कि अगर यह टंकी धराषायी हो गई तो उनके साथ एक बडा हादसा हो सकता है, साथ ही कहा कि टंकी निर्माण में घटिया सामग्री लगाई गई, साथ ही टंकी पर बनी सीढियों में लगे लोहे के पाइप भी कमजोर है, इस बात के चलते ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. वही इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि अभी टेस्टिंग की जा रही है टेस्टिंग की शुरुआत में पानी लीकेज हो जाता है, केमिकल से यह ठीक किया जाता है. गौरतलब है कि यह टंकियां इसीलिए बनाई जा रही है, ताकि लोगों को घर बैठे पानी मिल सके.