सागर में संत समाज ने खींचा जगन्नाथ स्वामी का रथ, हथनी लक्ष्मी ने की अगुवाई
सागर में सबसे प्राचीन श्री देव वृंदावन बाग मठ से भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा अनूठे अंदाज में निकाली गई। परंपरागत तरीके से मंदिर की हथनी लक्ष्मी ने अगुवाई की, दंड लेकर साधु घोड़े पर सवार थे,
मंदिर के विशाल द्वार से जब भगवान भ्रमण के लिए बाहर निकले तो जयकारे गूंज उठे, साधु सांतों ने अखाड़ा खेला और लेजम लहराया, साधु संत पूरे उत्साह में दिखाई दिए,जगह जगह लोगों ने पुष्प वर्षा की गई,
दरअसल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की दोज को भगवान खुद अपने भक्तो को दर्शन देने के लिए रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण पर निकलते है, इससे पहले 15 दिन तक वह अनेक प्रकार की लीलाएं करते है जिनमे उन्हें लू लगने पर अस्वस्थ हो जाते है फिर वैद्य के द्वारा इलाज किया जाता है, इस यात्रा में श्माइल होने देश भर के साधू संतो की लग अलग जमाते आती है।