3 साल की बच्ची का कमाल ,वियांशी ने अकेले हनुमान चालीसा का पाठ कर रचा इतिहास
3 साल की बच्ची का कमाल ,वियांशी ने अकेले हनुमान चालीसा का पाठ कर रचा इतिहास
वियांशी के पिता ने बताया कि हम लोग जब भी घर से बाहर जाते हैं तब हमारी कार में हनुमान चालीसा का पाठ शुरू हो जाता है, जिसे वियांशी मन लगाकर पड़ती हैं। आज वियांशी हनुमान चालीसा का एकल पाठ खुद ही अकेले कर लेती हैं और उनके दादा दादी को भी अब वियांशी हनुमान चालीसा का पाठ करवाती है। वियांशी का नाम पिछले दिनों वर्ल्ड बुक ऑफ लंदन रिकॉर्ड शामिल किया गया है। यह इंदौर के साथ ही मध्यप्रदेश के लिए भी गौरव का बड़ा अक्षर है, जहां शहर की एक छोटी सी बेटी ने इंदौर का नाम रोशन कर दिखाया।
ऐसा कहा जाता है कि बच्चों के अंदर भगवान का वास होता है और बच्चे जो मुख से कहते हैं वह शब्द भी सत्य होता है। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के लिए गौरव साबित हुई है 3 साल की वियांशी बाहेती। वियांशी दुनिया की सबसे कम उम्र की बच्ची है जिसने हनुमान चालीसा का पाठ 8 महीने में सीखा है।
फिलहाल वियांशी की उम्र 3 साल 3 महीना 25 दिन है। वियांशी जब ढाई साल की थी, तब से ही दादा दादी और मां उन्हें हनुमान चालीसा का पाठ सुनाती थी। रात को वियांशी अपनी मां के पास सोती थी उस वक्त मां भी हनुमान चालीसा का पाठ करती थी और बच्ची से भी करवाती थी। इसके साथ ही पिता भी सुबह घर से निकलने के पहले जब पूजन करते हैं तो वियांशी उनके साथ बैठकर पूजन में भी हनुमान चालीसा का पाठ करती हैं।