सागर-दो आवारा सांड अपनी अर्जी लेकर पहुंचे सरकारी दफ्तर देखिए ?
सागर-दो आवारा सांड अपनी अर्जी लेकर पहुंचे सरकारी दफ्तर देखिए ?
साहब हमारी भी अर्जी सुन लो हम भी आवेदन लेकर आए हैं कि हमें भी धूप भी लगती है हमें भी बरसात लगती हैं हमें भी ठंड लगती है तो हमारी भी व्यवस्थित किया जाए कम से कम सागर की व्यवस्था में हम भी भागीदार रहे कुछ ऐसा ही कहते नज़र आ रहे है ये दो सांड जो स्वयं अपनी शिकायत लेकर पुराने कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे जो वर्तमान में एसडीएम ऑफिस कहलाता है यहां पर 2 सांड अपनी बात रखने कार्यालय पहुंचे और अपनी बात रखते उसके पहले ही यहां अधिकारी नहीं मिली।
हम आपको बता दें भले ही जनप्रतिनिधि लगातार डेयरी विस्थापन के लिए भरपूर प्रयास कर रहे हैं पर ऐसे अगर डेयरी विस्थापन हो रहा है और आवारा पशुओं को अलग नहीं किया जा रहा है तो किस काम का डेरी विस्थापित। ये आवारा पशु जनप्रतिनिधियों को आइना दिखा रहे है।देखने वाली बात यह है
कि यह आवारा पशु कहां से आ रहे हैं जनप्रतिनिधि भले ही अपनी पीठ को अपने ही हाथ से थपथपा लें कि मैं अच्छा काम कर रहे हैं पर कहीं ना कहीं असमंजस में दिखाई देते हैं सही काम कर रहे हैं कि नहीं कर रहे हैं यह तस्वीरें उनको आइना दिखा रही हैं अधिकारियों से भरा हुआ यह कार्यालय जहां पर दूसरा अपना आवेदन लेकर पहुंचे कहने की बात है
कि आवेदन लेकर तो नहीं पहुंचे पर यह यहां घूमते हुए नजर आए पर आवारा पशु पकड़ने वाले यहां नजर नहीं आए ना शहर में नजर आते हैं अब तो उनकी ड्यूटी माननीय जी ने डेरी विस्थापन के लिए लगा दी है डेरी विस्थापन के पशुओं को विस्थापित करने के लिए सहायता दें पर माननीय जी को यह नहीं दिख रहा है
कि आवारा पशु शहर में घूम रहे हैं भूख प्यास से परेशान हो रहे हैं उनके लिए भी कम से कम उचित व्यवस्था करें यही हादसों का कुछ कारण बन जाते हैं और लोग हादसों का शिकार हो जाते हैं माननीय जी आज आने वाले समय में आपको भी जनता आईना ना दिखा दे या फिर किसी और को चुनने में संकोच भी ना करें