सागर- माँ... मेरा क्या कसूर ? महिला के घर के बाहर 4 दिन की बच्ची को छोड़ गया ! || SAGAR TV NEWS ||
क्या बेटी के रूप में जन्म लेकर मैंने गुनाह कर दिया, बेटी के रूप में मेरा जन्म हुआ तो हे! मां...मेरा क्या कसूर, जी हां 4 दिन की कि नवजात बच्ची यही कहेगी जब उसे पता चलेगा कि जिस समाज में बिटिया को साक्षात लक्ष्मी कहा जाता है, बेटी घर की चहल-पहल कहीं जाती हो, एक बेटी दो परिवारों का सम्मान होती हो, लेकिन जब उसे जन्म देने वाली उसकी मां लावारिस हालत में किसी के दरवाजे के सामने लावारिस हालत में छोड़कर चली जाए तो फिर वह यही कहेगी की अगर मेरा बिटिया के रूप में जन्म लेना कुसूर था, तो अगले जन्म फिर मोहे बिटिया ना कीजो,
दरअसल सागर के पिपरिया करकट से सामने आया है जहां शनिवार तड़के सुबह एक घर के बाहर एक बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दी तो ममता नायक ने अपने घर के दरवाजे खोले बाहर आकर देखा तो एक नवजात बच्ची जमीन पर पड़ी थी, उन्होंने आसपास देखा तो कोई नहीं था उन्होंने आस पड़ोस वालो को भी इसकी जानकारी दी, सभी लोग इस तरह से बच्ची को देख हैरान थे, इतने मे और मोहल्ले वालों की भीड़ भी जमा हो गई, यह बच्ची चार पांच दिन की बताई जा रही है, जहां तुरंत ही ग्रामीणों ने सूचना 108 एंबुलेंस के सागर जिला प्रबंधक रावेन्द्र खरे को दी, 108 एंबुलेंस में पदस्थ ईएमटी वारे लाल सेन और पायलट सूर्यकांत गौतम ने मौके पर पहुंचकर बच्ची का प्राथमिक उपचार किया बच्ची को चम्मच से दूध भी पिलाया और तुरंत ही बच्ची को ऑक्सीजन सपोर्ट पर जिला अस्पताल ले आए, बताया जा रहा है कि बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है।