सागर-बारिश की वजह से खेतों में सड़ने लगी प्याज,ना हो रही पैदावार ना मिल रहा भाव || SAGAR TV NEWS ||
बेमौसम हो रही बारिश की वजह से ना केवल आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है बल्कि प्याज की खेती करने वाले किसानों के लिए यह बारिश किसी श्राप की तरह साबित हो रही है. जमीन गिरी हो जाने की वजह से प्याज खेत में ही चढ़ने लगी है प्याज को सड़ने से बचाने के लिए किसानों के द्वारा उसकी खुदाई की जा रही है तो भाव नहीं मिल रहे हैं व्यापारी ऐसी प्याज को या तो खरीद नहीं रहे हैं और खरीद रहे हैं तो मन के भाव दे रहे हैं नतीजतन प्याज को 2 से लेकर 4 रुपए तक का भाव मिल रहा है ऐसे में किसान की आधी लागत भी बमुश्किल निकल पा रही है किसानों का कहना है कि प्याज की खेती करने के लिए 1 एकड़ में कम से कम 25000 की लागत आती है लेकिन बेमौसम बारिश सब कुछ तहस-नहस कर दिया है जमीन के ऊपर तो ठीक अंदर की फसलें भी खराब हो रही हैं प्याज 1 एकड़ में 300 बोरी निकलती थी जो अब 100 बोरी ही निकल पा रही है साथ ही इसको भाव भी नहीं मिल रहा है बमुश्किल 10 से लेकर 15000 तक की प्याज हो पा रही है प्याज की खेती करने वाले किसान पूरी तरह से टूट गए हैं अब उन्हें अपने परिवार का पालन पोषण करने की चिंता सता रही है साथ ही जिस प्याज की खेती के भरोसे उन्होंने बड़ी बड़ी उम्मीद है की थी बच्चों को पढ़ाना बेटी की शादी के लिए पैसों का इंतजाम करना कर्जा चुकाना लेकिन बेमौसम बारिश में प्याज की फसल को बर्बाद कर दिया. प्रकृति की मार झेल रहे किसानों को अब सरकार से ही मुआवजे की उम्मीद है ताकि उन्हें कुछ हद तक राहत मिल जाए. प्याज की खेती करने वाले चितौरा के किसान राजा पटेल ने बताया कि बारिश होने की वजह से प्याज जमीन के अंदर चलने लगी है इसकी वजह से पैदावार भी घट गई है आनन-फानन में प्याज की खुदाई करवा रहे हैं ताकि जो कुछ भी हो जैसा भी हो कुछ तो मिल जाए. ना भाव मिल रहा है ना लागत निकल रही है