उमा भारती की शराबबंदी असर, रामराजा सरकार की नगरी ओरछा की दुकान बंद
रामराजा सरकार की नगरी ओरछा में नहीं बिकेगी शराब
उमा भारती की शराबबंदी असर, रामराजा सरकार की नगरी ओरछा की दुकान बंद
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने जिस मधुशाला को गौशाला में बदलने का अभियान शुरू किया था, जिस शराब दुकान पर गोबर फेंका था और जिस दुकान के सामने गाय बांधकर उसे हरा चारा खिलाया था, अब वह दुकान बंद हो जाएगी, रामराजा सरकार की नगरी ओरछा में शराब का विक्रय नहीं किया जाएगा, बता दें कि निवाड़ी जिले के तहत आने वाले ओरछा में जो एकमात्र शराब दुकान थी उसका टेंडर नहीं किया गया है, निवाड़ी जिले में 33 शराब दुकानें है, लेकिन इनमें से 32 शराब दुकानों को ठेके पर दिया गया है। जबकि एक शराब दुकान जो ओरछा में संचालित थी उस दुकान का ठेका नहीं दिया गया है। ऐसे में अब ओरछा में शराब दुकान का संचालन अब एक अप्रैल से नहीं होगा। जिससे ओरछा में अब शराब विक्रय पूरी तरह से प्रतिबंधित हो जाएगा। अधिकारियों का कहना है अगर कोई ओरछा में अवैध तरीके से शराब बेचता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अपने गांव डूडा से शराबबंदी की शुरूआत की थी। इसके बाद पूरे प्रदेश में शराब को प्रतिबंधित कराने के लिए उन्होंने कई दुकानों में गोबर तो कहीं पत्थर फेंककर विरोध जताया था। ओरछा प्रवास के दौरान उमा भारती ने शराब दुकान पर गोबर फेंककर इसे बंद कराने की बात कही थी। इसके बाद जब दूसरी बार वह ओरछा पहुंची और उन्हें दुकान बंद नहीं दिखीं, तो रात में शराब दुकान के बाहर चौपाल लगाकर बैठकर गई थीं। इसके बाद उन्होंने दुकान के बारह गाय को चारा भी खिलाया था। वह लंबे समय से श्रीरामराजा की नगरी में शराब विक्रय को रोकने की मांग कर रही थीं।