सागर-शीतला अष्टमी के बाद न खाये,बसा भोजन न हो सकती ये परेशानी
सागर जिला सहित खुरई में शीतला अष्टमी श्रद्धाभाव से मनाई गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालु देवी मंदिरों में पूजा पाठ करने के लिए पहुंचे। भक्तों ने माता को बासी और ठंडे पकवानों का भोग लगाया। साथ ही घर के सदस्यों ने घर में बना बासा और ठंडा खाना खाया। आचार्य सुनील शास्त्री ने बताया कि शीतला माता की पूजा में दही, दूध, गन्ने का रस, चावल और अन्य चीजों से बने नैवेद्य का भोग लगाया जाता है। गौरतलब है कि शीतला अष्टमी चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पड़ती है और इसके एक दिन पहले सप्तमी तिथि को शीतला सप्तमी मनाई जाती है।