कोचिंग संचालक की गई जान पुलिस पर लगे मारपीट के आरोप परिजनों का थाने में हंगामा || SAGAR TV NEWS ||
मध्यप्रदेश के बैतूल में एक कोचिंग संचालक की डेथ पर उसके परिजनों ने गंज थाना में हंगामा कर दिया। देर तक चले इस हंगामे के दौरान परिजनों ने पुलिस प्रषासन पर आरोप लगाया कि उसकी डेथ पुलिस कस्टडी में हुई है। लेकिन पुलिस अधिकारियों ने इस आरोपों को नकार दिया और कहा कि कस्टडी में उसकी डेथ नहीं हुई है। बल्कि जिला अस्पताल में हुई है। फिलहाल, आरोपों की जांच की जा रही है और डेड बाडी को परिजनों को सौंप दिया गया है।
जानकारी मुताबिक चोरी के मामले में पुलिस कोचिंग संचालक लल्लू राम माथनकर और मोहल्ले के एक और लड़के को पूछताछ के लिए थाने उठाकर लाई थी। उसके बाद लल्लूराम अपने घर नहीं पहुंचा। परिजनों ने उनके मोबाइल फोन पर कई बार फोन लगाए, लेकिन उनका मोबाइल बंद था। मंगलवार की सुबह दो पुलिसकर्मी लल्लू राम के घर गए और उन्होंने बताया कि लल्लूराम की जान चली गई है। उसकी बॉडी ले जाएं। इस सूचना के बाद नाराज परिजनों और पड़ोसियों ने पुलिस थाने पहुंचकर अपनी नाराजगी जताई और हंगामा खडा कर दिया। परिजनों का आरोप है कि लल्लूराम की डेथ पुलिस कस्टडी में मारपीट से हुई है और उस पर पर्दा डालने के लिए जिला अस्पताल पहुंचा दिया। बताया जाता है कि 45 साल का लल्लूराम माथनकर बच्चों को कोचिंग देता था। पुलिस ने चोरी के मामले में उसे पूछताछ के लिए पुलिस थाने लाई थी। परिजनों का यह भी आरोप है कि डेड बाडी को देखने के बाद ऐसा लग रहा है कि उसके साथ मारपीट की गई है। शरीर पर मारपीट के निशान है और पैरों के तलवों में भी पिटाई के निशान हैं। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद साफ हो पाएगा कि उसकी डेथ किन कारणों से हुई है। वही इस मामले में मृतक के भाई अजाबराव का कहना है 5-6 दिन पहले पुलिस उसे उठाकर ले गई। रात में हमने उसे कई बार फोन लगाया फोन बंद था, पुलिस ने सूचना दी कि उसकी जान चली गई है बॉडी ले जाएं।
पूर्व पार्षद अनिल जैन का कहना है लल्लू बच्चों को कोचिंग देते थे उनकी डेथ पुलिस कस्टडी में हुई है पुलिस की लापरवाही है पुलिस उसे उठाकर ले गई थी, तब से वह घर वापस नहीं आया था। परिवार वालों को उसकी डेथ की सूचना दी गई
इस मामले में गंज थाना के टीआई एबी मर्सकोले का कहना है कि हमको अभी जानकारी मिली है रात में जिला अस्पताल में उसे एडमिट कराया था और उसके बाद उसकी जान चली गई। पुलिस कस्टडी में उसकी जान नही गई। पूछताछ के लिए उसे लेकर आए थे और पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था।