सागर- तीन बहनों में इकलौते भाई दुनिया को कहा अलविदा
दो एम्बुलेंस भी एक छात्र की जान नहीं बचा सकी। क्योंकि उसमें ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं था। दरअसल घटना सागर जिले के बीना कुरवाई रोड स्थित जंगलिया बाबा मंदिर के पास से सामने आई थी। जहां अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार दो छात्र घायल हो गए थे। घायलों को बीना सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। जहां एक छात्र की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया। लेकिन 108 एम्बुलेंस भी घायल को समय पर जिला अस्पताल नहीं पहुंचा सकी। जिससे एक छात्र ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। मृतक के परिजनों ने 108 एम्बुलेंस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि समय पर 108 एम्बुलेंस नहीं आई और न ही उसमे ऑक्सीजन सिलेंडर था। परिजनों बोले अगर समय पर अस्पताल पहुंच जाते तो छात्र की जान बचाई जा सकती थी।
जानकारी के मुताबिक, 17 साल का अमन यादव निवासी शिवाजी वार्ड बीना जो अपने मित्र 17 साल के अनस खान निवासी राम वार्ड बीना को साथ में लेकर बीती रात अपने पिता को खाना देने कुरवाई रोड स्थित खेत पर गए हुए थे। खाना देकर दोनों वापस बीना लौट रहे थे तभी जंगलिया बाबा मंदिर के पास अज्ञात वाहन ने दोनों को टक्कर मार दी। दोनों घायलों को बीना अस्पताल में भर्ती कराया। जहां अनस को गंभीर हालत होने पर जिला अस्पताल रेफर किया लेकिन बचाया नहीं जा सका। अनस तीन बहनों में इकलौता भाई था। बताया गया की 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल सागर जाते समय बीना से दो किमी दूर चलने के बाद हिरनछिपा गांव के पास एम्बुलेंस के बेरिंग खराब हो गए। जिससे वो आगे नहीं बड़ी। इसके बाद दूसरी एम्बुलेंस काफी समय के बाद पहुंची। जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं था। अगर सिलेंडर होता तो उसकी जान बच सकती थी। वहीं एम्बुलेंस के जिला प्रभारी ने आरोपों को गलत बताया।--------