शराब को लेकर और शख्त हुई उमा भारती बोलीं शराब छोड़ो दूध पीयो
शराब को लेकर और शख्त हुई उमा भारती बोलीं शराब छोड़ो दूध पीयो
लंबे समय से भाजपा सरकार की शराब नीति का विरोध कर रही पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का आक्रोष लगातार बढता जा रहा है। विरोध जताने के लिए वे निवाडी जिले के रामराजा सरकार की नगरी ओरछा आ पहुंची और एक शराब दुकान के सामने गाय बांध दी है। उन्होंने गायों को केले और चारा भी खिलाया। इस मौके पर उन्होंने नया नारा दिया है- शराब नहीं, दूध पीयो। साथ ही कहा कि युवा शराब छोड़कर दूध पिएं।
ओरछा पहुंची उमा भारती ने कहा कि लोगों की लत का फायदा उठाकर पैसे बनाना सरकार का धर्म नहीं है। यह षराब दुकान ढाई किलोमीटर दूर आवंटित थी। लेकिन अधिकारियों ने ज्यादा राजस्व वसूली के लिए दुकान को यहां आवंटित कर दिया। शराब दुकान की रोड से 50 फीट की भी दूरी नहीं है। मुझे पता चला है कि यहां सभी ने इसका विरोध किया, उसके बाद सरकार ने नोटिस दिया। साथ ही शराब ठेकेदार द्वारा कोर्ट से स्टे को लेकर उन्होंने कहा कि यहाँ विधि विभाग की भूल हैं यह अकेली दुकान नही है मध्यप्रदेश में ऐसी 18 हज़ार दुकाने हैं। जो प्रदेश के भविष्य को झोंक रही हैं जो पूरे मध्यप्रदेश को शराब के नशे में बहा देंगी। इसके अलावा सीएम को लेकर कहा कि वे एक बहादुर नेता हैं, उन्होंने 2 अक्टूबर को माना था कि हमारी वर्तमान शराब नीति में कई खामियां हैं। अब नई शराब नीति बाबा रामदेव और उमा दीदी से बातचीत कर लाएंगे। अब मैं शिवराज सिंह से कहना चाहती हूं कि सेवक की भूमिका को छोड़ दें। सरकार को 8 महीने ही बचे हैं, ऐसे में शासक की भूमिका में आएं। सेवक की भूमिका से ब्यूरोक्रेसी और भ्रष्ट नेताओं को बहुत लाभ होता है। शासक की भूमिका से जनता का लाभ होता है।