सागर-74 साल के रिटायर्ड डॉ. ने पावर लिफ्टिंग में जीता गोल्ड मैडल,बचपन का सपना अब पूरा
सागर-74 साल के रिटायर्ड डॉ. ने पावर लिफ्टिंग में जीता गोल्ड मैडल,बचपन का सपना अब पूरा
सागर में रिटायर्ड डॉक्टर का कमाल पावर लिफ्टिंग में जीता गोल्ड मैडल
कहते हैं की ज़िद और जूनून हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। लेकिन कोई शख्स अगर 74 साल की उम्र में बॉडी बिल्डिंग करे और पावर लिफ्टिंग में मैडल जीते तो हैरानी होना भी लाजिमी है। लेकिन ऐसा ही कमाल सागर के एक रिटायर डॉक्टर ने किया है। इसमें भी दिलचस्प बात ये है की 12 साल पहले उनकी बायपास सर्जरी हो चुकी है। हम बात कर रहे हैं। युवाओं के लिए मिसाल डॉ. अरविंद मौर्य की। जिन्हे उम्र के इस पड़ाव में पावर लिफ्टिंग का शौक है। वो भी ऐसा वैसा नहीं बल्कि ऐसा की पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में भी हिस्सा लेने का जुनून सवार हो गया। जो इस हद तक पहुंच गया की हाल ही रिटायर डॉक्टर अरविंद मौर्य ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में आयोजित नेशनल बेंच प्रेस कॉम्पिटिशन मास्टर कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता है। वैसे डॉक्टर मौर्य ग्वालियर के कंपू इलाके के रहने वाले हैं। लेकिन नौकरी के बाद सागर में ही बस गए। स्वास्थ्य विभाग में भर्ती हुए डॉ. अरविंद मौर्य स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त संचालक के पद से रिटायर हुए हैं। इनकी पत्नी मालती मौर्य का स्वर्गवास हो चुका है। जो सागर जिले की खुरई विधानसभा से विधायक भी रह चुकी हैं। डॉक्टर मौर्य फिलहाल सागर में मास्टर पावर लिफ्टर के तौर पर मशहूर हो रहे हैं बताया गया की उन्हें बचपन से ही कसरत का शौक था वो अखाड़े जाकर कसरत करते थे। हालांकि डॉक्टर बनने के बाद उनका यह शौक अधूरा रह गया। लेकिन रिटायरमेंट के बाद अब वो अपने बचपन का शौक पूरा करने की ठानी। जिम जाकर बॉडी बिल्डिंग की शुरुआत की। तभी इनकी मुलाकात सागर के ही मास्टर पावर लिफ्टर और भगवानदास कश्यप से हुई। जिनकी प्रेरणा से उन्होंने पावर लिफ्टर बनने की ठानी जो आज मास्टर कैटेगरी के चैंपियन हैं।