जंगली जानवर के हमले में 18 बकरियां नहीं बच सकी, दहशत में जी रहे ग्रामीण
जंगली जानवर के हमले में 18 बकरियां नहीं बच सकी, दहशत में जी रहे ग्रामीण
तेंदुए के हमले में 18 बकरियों की मौत लोगों की नींद उड़ी
जंगली जानवर के हमले में 18 बकरियों की जान चली गयी साथ ही दो बकरियां घायल हैं। इसके घटना के बाद से इलाके में दहशत फैली हुई है। मामला बैतूल जिले का है। जहां रिहायशी इलाकों में जंगली जानवरों की मौजूदगी से ग्रामीण भयभीत हैं। वन विभाग इस जानवर की सर्चिंग में जुटा हुआ है। आशंका जताई जा रही है कि यह हमला तेंदुआ ने किया है। घटना भैसदेही रेंज के देड़पानी सर्किल के अंतर्गत आने वाले चिखलाजोड़ी गाँव की है। जहां रात के समय जंगली जानवर घुसा था। उसने आदिवासियों के घरों के सामने बने मवेशियों के बाड़ों को निशाना बनाया जहां बकरियां थी। खूंखार जानवर ने एक दो नहीं बल्कि बाड़े में मौजूद पूरी 18 बकरियों का शिकार कर डाला। वो एक बकरी को ले गया लेकिन एक शिकार के कारण बाकी मवेशी भी मारे गए। घटना के बाद से गाँव के लोगों का बुरा हाल है। ग्रामीण इतने डरे हुए हैं कि वो जंगल तो दूर अपने खेतों में भी जाने से कतरा रहे हैं। वन विभाग की टीम ने गाँव पहुंचकर जांच पड़ताल की तो ये स्पष्ट हो गया कि हमलावर जानवर तेंदुआ ही था। जिस किसान के मवेशी थे उसे वन विभाग की तरफ से मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। टीम ने पूरे इलाके में ग्रामीणों को चेतावनी दी है कि वो रात में अकेले ना घूमें और दोपहर के वक्त भी खेत खलिहानों में झुंड बनाकर जाएं। किसी भी तरह का खतरा महसूस होने पर वन विभाग को सूचित करें। बैतूल में दक्षिण वन मंडल का ये वो इलाका है जिसका अधिकतर हिस्सा टाइगर कॉरिडोर से भी जुड़ा है। लेकिन यहां ज्यादातर तेंदुए और भालूओ के मूवमेंट रहते हैं। जिससे जंगल जाने वाले आदिवासियों मजदूरों की जान खतरे में रहती है।