सागर | माता-पिता के बाद बेटे ने लिया देहदान का संकल्प,तोपखाने परिवार ने बनाई परंपरा
सागर में माँ-बाप ने देह दान किया अब बेटे ने भी लिया संकल्प
सागर | माता-पिता के बाद बेटे ने लिया देहदान का संकल्प,तोपखाने परिवार ने बनाई परंपरा
सागर की पोद्दार कॉलोनी में रहने वाले तोपखाने परिवार ने देहदान करने के संकल्प को अपनी परंपरा में शामिल कर लिया है। 9 साल पहले पिता के निधन के बाद सागर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में उनकी देह दान की गई थी। जिसके बाद बुधवार को मां के निधन पर उनकी भी देह को दान किया गया और अब बेटे ने भी देहदान करने का संकल्प लिया है। उनका कहना है कि सागर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से अच्छे डॉक्टर बनाने के लिए लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। देहदान, अंगदान जैसी पहल करना होगी। दरअसल, सागर की पोद्दार कॉलोनी के शिवाजी नगर वार्ड में रहने वाले नीरज तोपखाने, जो कि स्वामि विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर में प्रभारी कुलपति के पद पर पदस्थ हैं। उनके पिता विजय कृष्ण तोपखाने ने वर्ष 2014 में देहदान का संकल्प लिया था। 71 वर्ष की उम्र में पिता का निधन 8 जनवरी 2014 को हुआ। जिसके बाद सागर बीएमसी में उनकी डेडबॉडी एमबीबीएस के विद्यार्थियों को अध्ययन और शोध करने के लिए दान की गई। वहीं मां वैशाली तोपखाने ने भी देहदान करने का संकल्प लिया। मां वैशाली का 73 वर्ष की उम्र में 18 जनवरी को निधन हुआ। जिसके बाद बेटे ने मां की आखिरी इच्छा पुरी करने के लिए उनकी देह को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में दान किया है। साथ ही बेटे नीरज तोपखाने ने स्वयं देहदान करने का संकल्प लिया है।