सागर-डोहेला महोत्सव के समापन पर सिंगर असीस कौर का जलवा:रातां लंबियां, लंबियां रे पर जमकर झूमे लोग
सागर जिले के खुरई में चल रहे तीन दिवसीय डोहेला महोत्सव के अंतिम दिन प्रसिद्ध गायिका असीस कौर ने मंच पर अपना जादू बिखेरा। असीस कौर ने अपनी प्रस्तुति अंख लड़ जावे से आरंभ की। उन्होंने बहुत कठिन है डगर पनघट की, गुम है, जुगिनी जी और रातां लंबियां लंबिंया जैसे अपने मशहूर फिल्मी गीत गाए। यहु नहीं उन्होंने ऑडियंस से अपने गीतों को साथ में गाने के लिए भी कहा।
वीओ असीस कौर ने परिसर में हजारों दर्शकों के बीच अपनी सुरीली आवाज से सभी का मन मोह लिया। उन्होंने सभी दर्शकों के बीच अपना परिचय देते हुए मोबाइल की टॉर्च जलवाई और अपने साथ सभी दर्स्को से गाने को कहा। असीस कौर ने वे माही मैनू छड़ यो ना, के तेरे बिन दिल नयो लगड़ा.... जो अख़ लड़ जावे, सारी रात नींद ना आवे..... ये भी ना जाने, वो भी ना जाने इन गीतों से पूरी महफिल लूटी। इसके अलावा पंजाबी गीतों का तड़का भी लगाया। इसके साथ ही शेरशाह फिल्म का गाना ’के रातां लंबियां, लंबियां रे, कटे तेरे संगेयां संगेयां रे की भी प्रस्तुति दी।
वही, इस मौके पर नगरीय विकास और आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह के संदेश का वाचन मंत्री प्रतिनिधि लखन सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि अगले साल से डोहेला महोत्सव तीन से बढ़ा कर पांच दिवसीय किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि खुरई के विकास के साथ इस क्षेत्र की सांस्कृतिक समृद्धि के उनके संकल्प में खुरई की जनता की भागीदारी किस तरह है, इसका एक उदाहरण डोहेला महोत्सव में होने वाली लाखों लोगों की भागीदारी है।