सागर-काश..ड्यूटी पर स्टॉफ आ जाता तो पिता की जान बच जाती !, सैनिक की मौत पर बोला बेटा
सागर के कलेक्टर बंगला पर 2 दिन पहले होमगार्ड के नगर सैनिक का ड्यूटी के दौरान अटैक आने से निधन हो गया था, लेकिन अब इसको लेकर सैनिक के बेटे का कहना है कि काश.. ड्यूटी के लिए उनका दूसरा साथी समय पर आ जाता, तो शायद पिता की जान बच जाती दरअसल शिव नारायण रावत के निधन के बाद उनके बेटे नीरज का कहना है की पिता की तबीयत रात 8 बजे से ही बिगड़ने लगी थी इसकी जानकारी उन्होंने घरवालों को फोन पर तो दी ही थी कि अपने दूसरे साथी के लिए फोन पर जानकारी देते हुए जल्द बुलाया था, यह बात फोन पर बेटे से बह बोली थी और कहा था कि जैसे ही वह ड्यूटी के लिए आता है तो वह घर आ जाएंगे या इलाज कराने के लिए अस्पताल चले जाएंगे लेकिन जब रात करीब 11:00 बजे सूचना मिली और हम लोग बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो उनकी पंपिंग की जा रही थी और फिर डॉक्टरों ने कह दिया कि अब उन्हें बचाया नहीं जा सकता है नीरज ने आगे बताया कि मई जून के महीने में पिताजी का रिटायरमेंट होने वाला था रिटायरमेंट पर हम लोग पूरे गांव वालो को दावत देने वाले थे वही पिताजी भी अपने पिता का पिंडदान करने के लिए ग्याजी जाने का प्लान बना रखा था उनकी वह इच्छा अधूरी रह गई लेकिन अब उनकी ख्वाहिश को हम लोग पूरा करने की कोशिश करेंगे, बता दें कि बहेरिया से करीब 5 किलोमीटर दूर स्थित मुहली निवासी शिवनारायण रावत के तीन बेटे हैं जिसमें बड़ा और छोटा बेटा किसानी करता है तो मंजला बेटा शिक्षक है वही इसको लेकर होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष शर्मा का कहना है कि यह जो घटना हुई है वह बहुत दुखद है जैसे ही उनके सीने में दर्द उठने की जानकारी मिली थी तो अस्पताल भेजा गया था डॉक्टरों की टीम भी आ गई थी उन्होंने कुछ समय तक इलाज कर बचाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिल पाई अब इस दुख की घड़ी में होमगार्ड शिवनारायण परिवार के साथ है ।