कलेक्टर की अध्यक्षता में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की हुई समीक्षा बैठक
सागर- फायर ब्रिगेड वाहन घटना- दुर्घटना स्थल तक कम से कम समय में पहुंच सकें, इसे ध्यान में रखते हुए शहर का सर्वे करें और अग्निशमन वाहनों को खड़ा करने के लिए स्थान का चयन करें। विभिन्न स्थलों पर अग्निशमन वाहन उपलब्ध होने से एक निश्चित क्षेत्र में अकस्मात लगने वाली आग पर समय रहते काबू पाया जा सकेगा और जान-माल की हानि को कम किया जा सकेगा। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने स्मार्ट सिटी के फायर स्टेशन निर्माण परियोजना की समीक्षा करते हुए दिए। वे कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ स्मार्ट सिटी श्री चन्द्रशेखर शुक्ला के साथ बुधवार को स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने काकागंज मुक्तिधाम के पास बनाए जा रहे फायर स्टेशन की कार्य प्रगति की जानकारी ली और शहर के प्रत्येक कोने तक समय पर फायर वाहन पहुँचे, इस हेतु सर्वे कर फायर वाहनों को खड़ा करने के लिए स्थल चयनित करने के निर्देश दिए। उन्होंने रोड फेस-2 अंतर्गत आने वाले विभिन्न मार्गों के निर्माण कार्य की प्रगति जानी व मशीनरी व लेबर बढ़ाकर कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट के सामने वाली सड़क को शीघ्र पूर्ण करने के लिए आवश्यक समय तक कलेक्ट्रेट गेट-1 को बंद कराएं व कलेक्ट्रेट गेट-2 को खुलवाएं। इस रोड का कार्य ब्यूटीफिकेशन सहित जल्द से जल्द पूर्ण करें। उन्होंने जिला हॉस्पिटल में रेट्रोफिटिंग कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि इलेक्ट्रिसिटी कार्य जैसे व्यवस्थित केबल, स्विच आदि हॉस्पिटल की सुरक्षा के लिए प्राथमिकता वाले कार्य हैं। इन्हें पूरी सावधानी से व्यवस्थित कराएं।ओपीडी किसी भी हॉस्पिटल का मुख्य क्षेत्र है जहाँ अधिकांश व्यक्तियों का आना-जाना लगा रहता है। यहाँ डॉक्टर्स के चेम्बर आदि को व्यवस्थित करते हुए रेट्रोफिटिंग कार्य पूर्ण करें। इसके साथ ही हॉस्पिटल के ड्रेनेज़ सिस्टम आदि को भी व्यवस्थित करते हुए दुरुस्त करें। उन्होंने स्मार्ट रोड कारिडोर फेस-1 अंतर्गत एसआर-1 पर मीडियन का कार्य रोड स्टैंडर्ड अनुसार क्रॉसिग बनाते हुए पूरा करने के निर्देश दिए। गोपालगंज से दीनदयाल चौक आने वाले मार्ग पर कल्वर्ट का निर्माण भी प्रारम्भ कराएं। साथ ही दीनदयाल चौक से डिग्री कॉलेज मार्ग का लेबल मैंटेन करते हुए निर्माण पूर्ण करें। ताकि यहाँ जलभराव की स्थिति बिल्कुल भी न रहे। उन्होंने ट्रांसपोर्ट नगर एवं मेकेनिकल कॉम्प्लेक्स की समीक्षा करते हुए ट्रांसपोर्टरों के साथ बैठक करने व उन्हें परियोजना स्थल की विजिट कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इसके साथ ही पेरीफेरी बस स्टैण्ड, ओल्ड ऐज होम, आँगनवाडी, स्टार्म वॉटर एंड ड्रेनेज़ सिस्टम, लाखा बंजारा झील, खेल परिसर, एलीवेटेड कॉरिडोर, एनर्जी इफिसियेंट स्ट्रीट लाइट, सिटी गवर्नेंस सेंटर एवं 8 जोनल फैसिलिटी सेंटर सहित अन्य परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। सभी निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराने हेतु आवश्यक मशीनरी व मेनपावर बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान स्मार्ट सिटी के इंजीनियर्स, पीएमसी एक्सपर्ट एवं निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।