लड़का होने के बाद भी शौक लड़कियों वाले, ब्रेस्ट इम्प्लांट कराकर ट्रांसजेंडर बनीं नरेंद्र से नैरी
कई फिल्मों में नजर आ चुकीं नैरी सिंह, जो कभी नरेंद्र सिंह नाम का लड़का थीं। नैरी सिंह ट्रांसजेंडर हैं। नरेंद्र से नैरी बनने की कहानी काफी घुमावदार है, जो मध्य प्रदेश के पन्ना जिले से शुरू होकर मुंबई, दुबई और फिर मुंबई आती है। MP के पन्ना में जन्मे नरेंद्र सिंह का शरीर तो लड़कों वाला था, लेकिन आदतें और शौक लड़कियों के थे। ये ही शौक इन्हें डांस की तरफ ले गया। जब घरवालों और रिश्तेदारों ने एक राजपूत लड़के को लड़की की तरह डांस करते देखा तो पाबंदियां लगने लगीं। नैरी राजपूत फैमिली से है। पिता एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में डिप्टी डायरेक्टर थे। फैमिली में हम चार भाई और तीन बहन थे और सभी में मैं सबसे छोटी हूं। यही वजह है कि मेरी परवरिश बहुत अच्छे और लाड-प्यार में हुई। मम्मी हाउस वाइफ थीं। मेरे पापा ज्यादातर बाहर रहते थे इसलिए मैं मम्मी से ज्यादा अटैच्ड थी। मुझसे पांच साल बड़ी बहन थी, वो भी मुझे बच्चों की तरह ट्रीट करती थी।17 साल के नरेंद्र पन्ना से भाग कर मुंबई आ गए। कुछ दिनों तक पेट पालने का संघर्ष चलता रहा। झाड़ू-पोछा जैसे काम भी किए। फिर, मुंबई के डांस बार में नाचने का काम मिल गया। मनचाहा काम था, 100 रुपए रोज से देखते ही देखते 30 हजार रुपए रोज तक कमाई जा पहुंची। ब्रेस्ट इम्प्लांट करवाकर खुद को पूरी तरह लड़की जैसा दिखने वाला बना लिया, लेकिन कहानी यहीं नहीं खत्म होती। मुंबई के बार से दुबई के बार तक में डांस किया। फिर मुंबई आकर फिल्मों में काम किया। फिल्मों में काम करने के दौरान ही अपना नाम रखा नैरी सिंह। आज नैरी कई बड़ी फिल्मों का हिस्सा हैं। इसमें श्रीदेवी की मॉम और रणबीर कपूर की तमाशा जैसी फिल्में भी शामिल हैं।