इंदौर में पहली बार डिजिटल बोर्ड पर शतरंज की बाजी, चिटिंग न हो इसलिए खिलाड़ियों के अकेले वॉश रुम जाने पर भी रोक
इंदौर- शतरंज (चेस) में उपयोग होने वाला बोर्ड डिजिटल हो गया है। आपने पुराने परंपरागत चेस बोर्ड देखे होंगे लेकिन इंदौर में होने वाले एक बड़े टूर्नामेंट में टॉप 10 टेबल पर डिजिटल चेस बोर्ड का उपयोग होगा। मैच के दौरान खिलाड़ियों को वॉशरूम जाने की अनुमति भी नहीं होगी। इसकी मदद से खिलाड़ियों की प्रत्येक चाल देशभर के लोग ऑनलाइन देख सकेंगे। क्या है पूरा मामला और क्यों मैच के दौरान खिलाड़ियों को अकेले वॉश रूम नहीं जाने दिया जाता है ऑल इंदौर चेस एसोसिएशन के अनिल फतेहचंदानी ने बताया कि डिजिटल बोर्ड के इस्तेमाल के दौरान बोर्ड इलेक्ट्रिक रूप से कनेक्ट हो जाता है। इसके बाद बोर्ड के वुडन सर्फेस पर खिलाड़ी जो भी चाल चलता है वो ऑनलाइन शो होती है। मोहरों के नीचे सेंसर लगा होता है। मान लीजिए किसी प्यादे को उठाकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर कोई खिलाड़ी रखता है तो बोर्ड पर नोटेशन आ जाएगा। जिससे पता चलेगा कि कौन सी चाल चली गई है। अगर मैच के दौरान खिलाड़ी वॉश रूम भी जाता है तो आर्बिटर का एक मेंबर उसके साथ जाता है, क्योंकि डिजिटल बोर्ड के जरिए जो भी चाल खिलाड़ी चल रहा है वो सब को दिख रही है। ऐसे में वॉश में खिलाड़ी को किसी ने बता दिया कि आप ये वाली चाल चलो। लिहाजा वॉश रुम तक भी आर्बिटर की टीम जाती है। खिलाड़ी को अकेला नहीं छोड़ा जाता है।