हजारों की संख्या में जैन महिला और पुरुषों हुए मौन रैली में शामिल, राष्टपति के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
अशोकनगर- मुंगावली में एक बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरूषों ने विरोध स्वरूप शांति पूर्ण तरीके से तहसील पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। एक मौन जुलुस के रूप में हजार से अधिक संख्या में सभी लोग शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए तहसील पहुंचे और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,व राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। झारखंड में स्थित जैन समाज के प्रसिद्ध और प्रमुख तीर्थ क्षेत्र शिखर जी को देश की पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल करने के विरोध में यह प्रदर्शन हुआ।दरअसल तीर्थ क्षेत्र शिखर जी जैन समाज का सबसे महत्त्वपूर्ण आस्था का स्थल है। इसी क्षेत्र से 20 तीर्थंकरो ने मोक्ष प्राप्त किया है। जैन समुदाय सहित अन्य समाजो की आस्था भी इस क्षेत्र से जूड़ी हैं। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां भक्ति व धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए परिवार व समाज जनों सहित पहुंचते हैं। ऐसे में यदि इस पवित्र तीर्थ क्षेत्र को पर्यटन स्थल बनाये जाने पर न सिर्फ इस क्षेत्र की आस्था पर असर पड़ेगा बल्कि देश भर में श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं भी आहत होंगी। क्योंकि पर्यटन स्थल पर लोग भक्ति के लिए नही बल्कि मनोरंजन के लिए जाते हैंऔर तीर्थ क्षेत्र पर सिर्फ पूजन की भावना रहती है।समाजो के वरिष्ठजनों ने यह भी बताया कि अभी शांतिपूर्ण तरीके से किये गए इस विरोध के बाद यदि उनकी मांग नही मानी गयी तो बहुत बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।