मंदसौर- गुरुवार को मंदसौर का गौरव दिवस मनाया जा रहा है। इतिहासकार और विद्वानों ने ढाई हजार साल पुराने इतिहास के पन्नों को खंगालने के बाद यह तारीख तय की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गौरव दिवस के मौके पर अष्टधातु से निर्मित सम्राट यशोधर्मन की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे।
मंदसौर का प्राचीन नाम दशपुर पर अधिकांश समय औलिकार वंश का शासन रहा। उस समय के शासक वंधुवर्मन थे। आगे चलकर औलिकार वंशज सम्राट यशोधर्मन हुए, जिन्होंने खिलचीपुरा में सूर्य मंदिर की स्थापना की। उस समय देश में केवल चार जगह सूर्य मंदिर थे। स्कैच बनाने से लेकर प्रतिमा तैयार होने तक कई बार डिजाइन में छोटे-मोटे परिवर्तन किए गए। आदमकद प्रतिमा में कॉपर, आयरन, पीतल, बीड़ समेत अष्ट धातुओं का उपयोग किया गया।कलेक्टर ने बैठक में तय किया कि प्रतिमा अलग हो, अधिकांश जगह राजाओं की प्रतिमा घोड़े पर और तलवार हाथों में लिए होती है। हमने सम्राट यशोधर्मन में उनके शौर्य पराक्रम को दर्शाया है। यहां प्राचीन मंदिरों और अन्य शिलालेख प्रतिमाओं के आधार पर काल्पनिक स्कैच तैयार करवाया गया है।
सागर टीवी न्यूज़ से सबसे पहले न्यूज़ लेने के लिए अभी अपना ईमेल डालें और सब्सक्राइब करें
Sagar TV News.